अंगदान के प्रति जागरूकता को सड़क पर उतरीं महिलाएं
अंगदान के प्रति लोगों विशेषकर महिलाओं को जागरूक करने को अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की सदस्य घरों की चौखट लांघ शनिवार को सड़क पर उतरीं। रविनगर से रैली निकालकर भ्रांतियों पर जोरदार प्रहार करते हुए लोगों तक जागरूकता संदेश पहुंचाया। कहा अंगदान से किसी को जीवनदान मिल सकता है। इससे बड़ा कोई दान नहीं है। दिधीचि बनना है तो अंगदान अवश्य करें।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : अंगदान के प्रति लोगों विशेषकर महिलाओं को जागरूक करने को अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की सदस्य घरों की चौखट लांघ शनिवार को सड़क पर उतरीं। रविनगर से रैली निकालकर भ्रांतियों पर जोरदार प्रहार करते हुए लोगों तक जागरूकता संदेश पहुंचाया। कहा अंगदान से किसी को जीवनदान मिल सकता है। इससे बड़ा कोई दान नहीं है। दधीचि बनना है तो अंगदान अवश्य करें। 80 महिलाओं ने आयोजन में प्रतिभाग किया।
रविनगर से निकली जागरूकता रैली कैलाशपुरी पहुंचकर समाप्त हुई। महिलाएं हाथ में तख्तियां लिए हुई थीं, जिनपर अंगदान के प्रति प्रेरित करने वाले संदेश लिखे हुए थे। सम्मेलन की सदस्यों ने आओ मिलकर करें यह काम, अंगदान हो हमारा अभियान..। अंधविश्वास छोड़िए, अंगदान से नाता जोड़िए..। नश्वर शरीर नहीं जलाएंगे अंगदान कर दधीचि बन जाएंगे.. आदि नारे लगाए। जिलाध्यक्ष साधना अग्रवाल ने कहा कि अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन ने अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। मुहिम के जरिए महिलाओं के मन से यह भ्रांति भी निकालनी है कि अंगदान किया तो मरने के बाद वह अंग दोबारा नही मिलेगा। महिलाओं में सकारात्मक भाव विकसित करना है ताकि समाज सही दिशा में आगे बढ़ सके। कहा कोई भी संगठन अंगदान को बढ़ावा देने के लिए आगे नहीं आ रहा। जबकि इससे बड़ा कोई पुण्य हो ही नहीं सकता। अंगदान किसी के जीवन में नया रंग नई उम्मीद भर सकता है। अभियान को लेकर मारवाड़ी समाज की महिलाओं की उत्सुकता देखते ही बन रही थी। अमूमन घरों के दायरे में कैद करने वाली महिलाएं अभियान को मुकाम तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता के साथ निकलीं तो उसे पूरा करने के बाद ही दम लिया। इस अवसर पर अनुभा जायसवाल, अंशु अग्रवाल, अंजू, छवि मित्तल, सुशीला तुलस्यान, रूबी, सुनीता मित्तल, मांडवी, मीनू, गीता, अलका आदि रहीं।