प्रधान की मौत से ग्रामीणों में शोक, दूसरे दिन भी नहीं जले चूल्हे
प्रधान की मौत से ग्रामीणों में शोक दूसरे दिन भी नहीं जले चूल्हे
जासं, इलिया (चंदौली) : सिहर ग्राम प्रधान विजय बहादुर यादव की सड़क दुर्घटना में मौत से ग्रामीण शोक में हैं। शनिवार को दूसरे दिन भी गांव में किसी घर में चूल्हा तक नहीं जला। जनप्रतिनिधियों सहित शुभचितकों के आने का दौर जारी रहा। लोग परिजनों को ढांढ़स बंधाते रहे। गांव में सन्नाटा पसरा रहा। पोस्टमार्टम के बाद शाम को गांव में शव आते ही अंतिम दर्शन को लोग उमड़ पड़े। पूर्व सांसद रामकिशुन सहित क्षेत्र के प्रधान व क्षेत्रीय गणमान्य थाने पर डटे रहे। सुबह चकिया संयुक्त चिकित्सालय स्थित मर्चरी में रखे गए शव को परिजन लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। शाम को गांव में शव आते ही उनके सैकड़ों शुभचितक जुट गए। सरल स्वभाव के विजय बहादुर तीसरी बार प्रधान निर्वाचित हुए थे। बड़े भाई महेंद्र यादव क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव जीते। मृतक की पत्नी इंद्रावती देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। प्रधान को कोई संतान नहीं थी, लेकिन भाई का प्रेम व भतीजे के साथ होने से उन्हें कभी पुत्र की कमी नहीं खली। पूर्व विधायक पूनम सोनकर, मनोज सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, कांता प्रसाद आदि गांव पहुंचे।
शहाबगंज प्रतिनिधि के अनुसार विकास खंड सभागार में शनिवार को शोक सभा का आयोजन हुआ। सिहर प्रधान विजय बहादुर सिंह यादव की मृत्यु होने पर दुख व्यक्त किया गया। दो मिनट का मौन रख कर लोगों ने दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। अरविद मिश्र, श्याम नारायण उपाध्याय, मुनिराज यादव, गुलफाम अहमद, जमुना सिंह, प्रदीप जायसवाल, पप्पू पासवान, मुन्ना पासवान, प्रेम नाथ सिंह, आनंदराज शुक्ल आदि प्रधान व ब्लाककर्मी उपस्थित थे।