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सम्मान निधि के 15 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन, होगी रिकवरी

जागरण संवाददाता चंदौली प्रधानमंत्री सम्मान निधि का फर्जी ढंग से लाभ लेने के आरोपितों पर शि

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 06:56 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 06:56 PM (IST)
सम्मान निधि के 15 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन, होगी रिकवरी
सम्मान निधि के 15 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन, होगी रिकवरी

जागरण संवाददाता, चंदौली : प्रधानमंत्री सम्मान निधि का फर्जी ढंग से लाभ लेने के आरोपितों पर शिकंजा कस गया है। कृषि विभाग जिले के 15 फीसद किसानों के डाटा का सत्यापन करा रहा है। योजना का लाभ लेने वाले वास्तविक व फर्जी किसान चिह्नित किए जा रहे हैं। फर्जी ढंग से योजना का लाभ लेने वाले किसानों के खाते में अब तक भेजी गई धनराशि की रिकवरी कराई जाएगी। जिले में 2.02 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। शासन को आशंका है कि कई किसान ऐसे हैं, जो फर्जी ढंग से योजना का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में वित्तीय वर्ष 2019-20 के पांच व 2020-21 के 10 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन कराया जा रहा है। कृषि विभाग के कर्मचारियों को लाभार्थियों का डाटा उपलब्ध कराया गया है। कर्मचारी गांवों में जाकर और अपने सूत्रों से लाभार्थियों की पड़ताल कर रहे हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही कि योजना का लाभ लेने वाला लाभार्थी वास्तविक किसान हैं अथवा फर्जी ढंग से सूची में नाम शामिल कराकर किस्त अपने खाते में मंगाई जा रही। विभागीय अधिकारियों के अनुसार दोनों वित्तीय वर्ष के 15 फीसद लाभार्थियों के सत्यापन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। अपात्रों के खाते में अब तक जितनी धनराशि गई होगी, उसकी बाकायदा रिकवरी कराते हुए धनराशि शासन को लौटाई जाएगी।

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खाते में भेजी जाती है दो हजार की किस्त

सरकार किसानों की मदद के लिए सम्मान निधि के रूप में दो हजार रुपये की किस्त भेजती है। साल में तीन किस्तों में छह हजार रुपये धनराशि किसानों के खाते में पहुंचती है। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को खाद-बीज के लिए अपनी छोटी जरूरतों को पूरा करने में सहूलियत हो सके। इसके लिए उन्हें किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े। -------

' वित्तीय वर्ष 2019-20 व 2020-21 के किसान सम्मान निधि के 15 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन कराया जा रहा है। अपात्रों से धनराशि की रिकवरी की जाएगी। वहीं उनका नाम भी सूची से बाहर किया जाएगा।

राजीव कुमार भारती, जिला कृषि अधिकारी


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