मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही करें खाद का प्रयोग
इफको की ओर से मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में शनिवार को प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें एग्रीजंक्शन व इफको बिक्री प्रभारियों को जानकारी दी गई। पॉश मशीन से ही खाद की बिक्री करने और मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही खेत में खाद डालने की सलाह दी गई।
जासं, चंदौली : इफको की ओर से मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में शनिवार को प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें एग्रीजंक्शन व इफको बिक्री प्रभारियों को जानकारी दी गई। पॉश मशीन से ही खाद की बिक्री करने और मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही खेत में खाद डालने की सलाह दी गई।
कृषि उपनिदेशक विजय सिंह ने कहा किसानों के खेत की मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया है। जांच में मिट्टी में जीवांश कार्बन, जिक, आयरन समेत अन्य पोषक तत्वों की कमी पाई गई है। रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक इस्तेमाल से ऐसी स्थिति बनी है। विक्रेता किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही खाद का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही पॉश मशीन के जरिये ही खाद व कृषि रसायनों की बिक्री करें। कहा सरकार ने खाद व रसायनों का मूल्य निर्धारित किया है। इससे अधिक मूल्य वसूलने पर विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग की ओर से समय-समय पर दुकानों की जांच की जाती है। अनियमितता पाए जाने पर दुकान का लाइसेंस रद कर दिया जाएगा। कृषि विज्ञानी डा. समीर पांडेय ने फसल में रोग और गेहूं की सिचाई विधि के बाबत जानकारी दी। कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल, इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश श्रीवास्तव, अजीत सिंह, राजेश कुमार आदि मौजूद थे।