अनावश्यक रूप से जल बर्बाद न करने का संकल्प
जासं, नौगढ़ (चंदौली): सामाजिक संस्था वरुन की ओर से अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस गुरुवार को मनाया गया।
जासं, नौगढ़ (चंदौली): सामाजिक संस्था वरुन की ओर से अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस गुरुवार को मनाया गया। कस्बा स्थित संस्था कार्यालय में हुए कार्यक्रम में लोगों ने अनावश्यक रूप से जल बर्बाद नहीं करने का संकल्प लिया। कहा कि मनुष्य की भौतिकता की चाह ने सबसे ज्यादा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है। बढ़ती आबादी व शहरीकरण के चलते भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। जो आने वाले समय में खतरे की घंटी बनेगा। आह्वान किया यदि जल संरक्षण के प्रति हम सचेत नही हुए तो बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ेगा। जलवायु परिवर्तन के चलते लगातार ग्लेशियर पिघल रहे हैं। नतीजा समुद्र के पानी में अनावश्यक वृद्धि हो रही है। वहीं नदी, तालाब पर भी ग्लोबल वार्मिंग का साफ असर दिखाई पड़ रहा है। वर्षा जल का संचयन वह भूजल के कम उपयोग पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। इस दौरान एसी ¨सह, विनोद कुमार, चंद्रशेखर, कुर्शन ¨सह, भवन प्रसाद, पप्पू लाल सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किया। पानी बचाना सभी का दायित्व
मुगलसराय (चंदौली): विश्व जल दिवस के अवसर पर गुरुवार को सुर सरिता संस्था के सदस्यों द्वारा गल्ला मंडी स्थित कार्यालय में गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें जल संरक्षण का संकल्प लिया गया।
वक्ताओं ने कहा कि पानी बचाना हम सभी लोगों का दायित्व है। एक बूंद पानी का मोल हम सभी को समझना चाहिए। हम सभी को पानी की जितनी आवश्यकता है उतना ही प्रयोग करना चाहिए। पानी अनमोल रत्न है। पानी है तो जीवन है। सभी लोग पानी के महत्व को समझें, नहीं तो एक दिन ऐसा आएगा कि लोग पानी के एक एक बूंद के लिए तरस जाएंगे। इस अवसर पर डा. गौतम दयाल, डा. राजकुमार गुप्ता, राजकुमार जायसवाल, रंजन शाह, चंद्रेश्वर जायसवाल, सौरभ केसरवानी, दीपक पाल, आकाश पांडेय, वाचस्पति शाहू, छोटू पटेल, भीम मोदी, साहिल, ब्रजेश गुप्ता, मधु ¨सह, सुनंदा ¨सह, किरन, डाली भाटिया आदि उपस्थित थे। संचालन संस्था के सचिव अशोक सिद्धार्थ केसरवानी ने किया।