अंतिमा ऑपरेशन सफल, अब आइसीयू में ¨जदगी जंग
शौच को सड़क पर जाने का खामियाजा दो मासूम बच्चियों को जान जोखिम में डालकर चुकाना पड़ रहा है। दो सितंबर को दोनों के ऊपर तेज रफ्तार बाइक गिर गई थी। पांच दिनों के इलाज के बाद चिकित्सकों ने घायल बच्चियों में मासूम अंतिमा का शुक्रवार रात सफल आपरेशन कर पाए। संजना का भी ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : शौच को सड़क पर जाने का खामियाजा दो मासूम बच्चियों को जान जोखिम में डालकर चुकाना पड़ रहा है। दो सितंबर को दोनों के ऊपर तेज रफ्तार बाइक गिर गई थी। पांच दिनों के इलाज के बाद चिकित्सकों ने घायल बच्चियों में मासूम अंतिमा का शुक्रवार रात सफल आपरेशन कर पाए। संजना का भी ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। दिलचस्प कि बेटियों के इलाज में किसी ने हाथ नहीं बढ़ाया लेकिन सीओ त्रिपुरारी पांडेय गरीब की बेटी के आपरेशन के दौरान मौजूद रहे हैं।
सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के नरैना गांव की दो बच्चियां अंतिमा एवं संजना (पांच-पांच वर्ष) शौच को सड़क किनारे गईं थी। उधर से गुजर रहा तेज रफ्तार बाइक सवार अनियंत्रित होकर दोनों मासूम के ऊपर आ गिरा। जबरदस्त हादसे में दोनों मासूम बच्चियां गंभीर रूप से घायल हो गईं। इलाकाई लोगों एवं पुलिस ने संयुक्त रूप से दोनों को निकट के अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने उन्हें ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। गरीब परिवारों से जुड़ी बच्चियों के पिता की परेशानी देख सीओ ने इलाज में दिलचस्पी दिखाई। वह दिलचस्पी दोनों को भर्ती कराने से आगे बढ़कर इलाज तक आ पहुंची है। एक सप्ताह के इलाज में सत्तर हजार रुपये से ज्यादा लग चुके हैं। गंभीर रूप से घायल संजना तो पहले आपरेशन के बाद आइसीयू से बाहर आ गई लेकिन अंतिमा का आपरेशन पांच दिनों बाद हो पाया। सीओ खुद पहुंच ट्रामा सेंटर पहुंचे थे। चिकित्सकों से बातचीत करने एवं परिजनों को भरोसा देकर लौटे। सीओ ने बताया कि अंतिमा को दुआ की जरूरत है। विशेषज्ञ चिकित्सक उसे बचाने में लगे हैं। रुपये की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। एक सवाल के जवाब में बताया कि हमारे इस पहल से पुलिस के प्रति जनता का नजरिया एवं विश्वास दोनो बढ़ेगा। पब्लिक जानेगी कि पुलिस उसकी मदद के लिए किसी हद तक जा सकती है।