डीएम ने अनुपस्थित आधा दर्जन अफसरों का वेतन रोका
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें बेसहारा पशुओं व गोवंश आश्रय स्थलों की स्थिति की समीक्षा हुई। डीएम ने बैठक में अनुपस्थित आधा दर्जन अधिकारियों का वेतन रोक दिया। बेसहारा पशुओं को आश्रय स्थलों तक पहुंचाने में ग्राम पंचायत सचिवों की भूमिका तय की गई। सड़क पर मवेशियों के घूमते पाए जाने पर सेक्रेटरी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई होगी।
एसडीएम नौगढ़, डीआइओएस, एक्सईएन जल निगम, कृषि उपनिदेशक व बचत अधिकारी अनुपस्थित रहे। इस पर डीएम ने सभी अफसरों का एक दिन का वेतन रोक दिया। उन्होंने कहा आश्रय स्थलों में पशुओं के ठंड से बचाव के लिए इंतजाम होने चाहिए। गर्मी व बारिश के दिनों में पशु रात में बाहर अथवा पेड़ों के नीचे रह गए। लेकिन जाड़े के मौसम में पशुओं को शेड के नीचे ही बांधा जाना चाहिए। ताकि ठंड से बीमार न पड़ सकें। मवेशियों के लिए चारा व पेयजल की समुचित व्यवस्था कराई जाए। आश्रय स्थलों की पड़ताल को नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। अधिकारी नियमित आश्रय स्थलों की जांच-पड़ताल करें। आश्रय स्थलों में मवेशियों का स्वास्थ्य परीक्षण, सफाई, चारा, पेयजल समेत अन्य सुविधाएं बहाल करें। यदि किसी प्रकार की दिक्कत है तो तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचित करें। हर हाल में कमियों को दूर किया जाना चाहिए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एसपी पांडेय ने बताया कि चकचुइयां पशु आश्रय स्थल में 300 मवेशियों को रखने के लिए स्थान उपलब्ध है। ऐसे में अधिक से अधिक पशुओं को पकड़वाकर आश्रय स्थलों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। वहीं सिपुर्दगी के लिए पशुपालकों को चयनित करें। जिले में 450 पशुओं के सिपुर्दगी के लक्ष्य के सापेक्ष महज 150 पशुओं को सौंपा जा सका है। शेष पशुओं की सिपुर्दगी के लिए पशुपालकों को चयनित करने की प्रक्रिया जल्द पूरा करें। सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार हर्ष, नोडल अधिकारी डा. शिव सिंह वर्मा, सदर तहसीलदार हीरालाल, डीडीओ पदमकांत शुक्ला, पीडी सुशील कुमार, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह व अन्य मौजूद थे।