दीपावली पर निभाई सूरन खाने की परंपरा
दीपावली पर सूरन की सब्जी खाने की पुरानी परंपरा है। इसी परंपरा के मद्देनजर बुधवार को जिला मुख्यालय सहित जिले के अन्य कस्बा बाजारों में जगह-जगह सुरंग की दुकाने सजी थी।
By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 08:02 PM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 08:02 PM (IST)
जासं, चंदौली : दीपावली पर्व पर सूरन की सब्जी व चोखा खाने की परंपरा पुरानी है। इसके मद्देनजर बुधवार को जिला मुख्यालय सहित जिले के अन्य कस्बा बाजारों में जगह-जगह सुरंग की दुकानें सजी रहीं। दीपावली के दिन काफी ऊंचे दाम पर सूरन की बिक्री हुई। बावजूद इसके लोग परंपरा का निर्वहन करने को खरीदारी करते देखे गए। बता दें कि अब बाजारों में दो तरह का सुरन आ गया है। इसमें एक तो देशी है और दूसरा बम्बइया सूरन है। ज्यादातर लोग बम्बइया सूरन खरीदना पसंद करते है, क्योंकि इसमें गला काटने का डर काफी कम होता है। पत्थर की तरह दिखने वाला यह सूरन गुणों से भरपूर होता है।
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