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स्टेशन डायरेक्टर के खिलाफ टिकट परीक्षकों ने किया प्रदर्शन

स्टेशन डायरेक्टर के खिलाफ टिकट परीक्षकों ने किया प्रदर्शन

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 07:19 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 10:41 PM (IST)
स्टेशन डायरेक्टर के खिलाफ टिकट परीक्षकों ने किया प्रदर्शन
स्टेशन डायरेक्टर के खिलाफ टिकट परीक्षकों ने किया प्रदर्शन

जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : स्थानीय जंक्शन पर मंगलवार को टिकट परीक्षकों ने स्टेशन डायरेक्टर पर दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया। टिकट परीक्षक स्टेशन डायरेक्टर के स्थानांतरण की मांग पर अड़े रहे। उनका आरोप था कि श्रमिकों को खाना वितरण करते समय डायरेक्टर ने टिकट परीक्षकों को अपशब्द कहा। नए नियम के तहत भोजन के पैकेट व पानी की बोतलों को श्रमिकों के हाथ में देना है। वितरण को ही लेकर विवाद उपजा था। अफसरों की गोलबंदी का खामियाजा अब श्रमिकों को भुगतना पड़ रहा है। भूखे-प्यासे ही श्रमिक आगे के लिए रवाना हो जा रहे हैं।

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टिकट परीक्षक का कहना था कि विगत दो मई से 24 घंटे शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में खाने के पैकेट व पानी का वितरण आइआरसीटीसी, आरपीएफ, जीआरपी व स्काउट गाइड के साथ समन्वय बनाकर कर रहे हैं। सुबह छह बजे नियमित एवं शांतिपूर्ण ढंग से श्रमिक ट्रेनों में चल टिकट परीक्षक कार्य कर रहे थे। इसी बीच डायरेक्टर दोपहर 12 बजे प्लेटफार्म नंबर एक व दो पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को शारीरिक दूरी का उल्लंघन की बात कहते हुए अपशब्द कहने लगे। इस अमानवीय कृत्य से कर्मचारी मर्माहत हैं। उन लोगों ने डायरेक्टर के अधीन कार्य न करने की बात कही और स्थानांतरण की मांग की। आरोप है कि इससे पहले भी डायरेक्टर कर्मचारियों के साथ बदसलूकी कर चुके हैं। प्रदर्शन करते वाले में एमके सिंह, वीके कुमार, एके गुप्ता, कमलेश कुमार, डीपी यादव, अजय कुमार, जे प्रसाद, विजय, वीके पाल, बीके सिंह, अशोक कुमार सिंह, डीपी यादव व संतोष आदि शामिल रहे। जंक्शन का हाल, ज्यादा जोगी मठ उजाड़

जंक्शन पर खाना वितरण को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। आइआरसीटीसी व कामर्शियल विभाग में खींचातानी चली। इसके बाद डायरेक्टर को भोजन बंटवाने की जिम्मेदारी दी गई। पहले ही दिन टिकट परीक्षकों व डायरेक्टर में विवाद हो गया है। आए दिन हो रहे बवाल से श्रमिकों को भूखे पेट ही यात्रा करनी पड़ रही है। जंक्शन की व्यवस्था संभालने में जुटे अधिकारी अपना ही पेट भरने में जुट गए हैं। जंक्शन पर गोलबंदी में भ्रष्टाचार की बू

जंक्शन से रोजाना 50 हजार श्रमिक गुजर रहे हैं। सभी को खाने के पैकेट व पानी की बोतलें देनी हैं। श्रमिकों को खाना व पानी देने में जंक्शन पर गोलबंदी होने लगी है। आए दिन हो रहे बवाल से श्रमिक में भोजन का वितरण ही नहीं हो पा रहा है। अब तो लंच पैकेट से भ्रष्टाचार की बू आने लगी है। श्रमिकों का पेट भरने की बजाए भोजन वितरण से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी अपने ही पेट भरने में जुट गए हैं। तूल पकड़ता जा रहा मामला हाजीपुर तक पहुंचा

जंक्शन पर खाना वितरण का खेल तूल पकड़ता जा रहा है। अब पूरा मामला हाजीपुर तक पहुंच चुका है। जंक्शन की व्यवस्था की पड़ताल करने के लिए हाजीपुर के अधिकारी पहुंचने लगे हैं। पेच इतना फंस चुका है कि अब जांच में कोई भी दोषी मिलेगा तो उसके ऊपर गाज गिरनी तय है।


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