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ओवरलोडिग रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री ने मुख्य सचिव से की बात

केंद्रीय मंत्री ने ओवरलोडिग रोकने को मुख्य सचिव से की बात

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 07:51 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 10:37 PM (IST)
ओवरलोडिग रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री ने मुख्य सचिव से की बात
ओवरलोडिग रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री ने मुख्य सचिव से की बात

जागरण संवाददाता, चंदौली : सीमावर्ती जनपद में ओवरलोड वाहनों के संचालन पर लगाम नहीं लग पा रही। इससे नौबतपुर में कर्मनाशा नदी पर बने डायवर्जन मार्ग पर खतरा मंडराने लगा है। इसके अलावा एनएच के अन्य पुलों की ऊपरी सतह दरकने लगी है। दैनिक जागरण ने 'ओवरलोडिग नहीं रुकी तो टूट जाएंगे राजमार्ग पर बने कई पुल' प्रमुखता से इसकी खबर प्रकाशित की थी। केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमशीलता मंत्री और स्थानीय सांसद डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने मामले को संज्ञान लिया है। प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी व अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी से बात कर हर हाल में ओवरलोड वाहनों का परिवहन रोकने का निर्देश दिया है। मामला शासन तक पहुंचने से ओवरलोडिग के खेल में शामिल अफसर-कर्मियों व दलालों में खलबली मची है।

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पूर्वी उत्तर प्रदेश को बिहार व पूर्वोत्तर समेत चार राज्यों से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-2 चंदौली से होकर गुजरता है। राजमार्ग पर वाराणसी में गंगा नदी और यूपी-बिहार सीमा पर नौबतपुर में कर्मनाशा नदी पर पुल बने हैं। कर्मनाशा नदी पर बना पुल दिसंबर 2019 में क्षतिग्रस्त हो गया था। चार राज्यों का संपर्क टूटने से हाहाकार मच गया था। हजारों ट्रक यूपी और बिहार की सीमा के अंदर हाईवे पर खड़े हो गए थे। डा. पांडेय ने तब पहल करते हुए सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता की। एनएचएआइ ने क्षतिग्रस्त पुल के समीप डायवर्जन पुल का निर्माण कराया। डायवर्जन पुल से 20 से 25 टन तक भार लादकर वाहनों के आवागमन की सलाह दी थी, लेकिन बिहार से 80 टन तक बालू, लोहा और कोयला लादकर ट्रक डायवर्जन मार्ग से होते हुए जिले की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। इससे डायवर्जन मार्ग की नींव दरक गई है। वाराणसी में सोनभद्र, मीरजापुर से आने वाले ओवरलोड वाहनों से गंगा नदी पर बने विश्वसुंदरी पुल की ऊपरी सतह की ज्वाइंट प्लेट टूट गई और दरारें पड़ने लगी हैं। एनएचएआइ प्रशासन ने कैमूर व वाराणसी प्रशासन से बात कर ओवरलोड वाहनों का संचालन रोकने का सुझाव दिया था। केंद्रीय मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव के साथ ही जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल और एसपी हेमंत कुटियाल से बात कर हर हाल में ओवरलोड पर रोक लगाने के निर्देश दिए। बोले, कर्मनाशा के मुख्य पुल की मरम्मत का काम चल रहा है। बरसात से पहले पुल आवागमन के लिए तैयार होने की उम्मीद है। वहीं यूपी शासन बिहार प्रशासन से बात कर ओवरलोड पर रोक लगाने के लिए हल निकाले। वहीं डीएम व एसपी भी कैमूर के अधिकारियों से बात कर ओवरलोडिग रोकवाएं।


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