Move to Jagran APP

विद्यालय न आने पर शिक्षकों का वेतन होगा अदेय

'दैनिक जागरण' के 'प्रश्न प्रहर' कार्यक्रम में गुरुवार को बीएसए भोलेंद्र प्रताप ¨सह ने सवालों के जवाब दिए। कहा जो शिक्षक अनुपस्थित रहते हैं और यह जानकारी मिलती है कि वे विद्यालय कभी-कभी आते हैं, उनका एक माह का वेतन अदेय किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 05:13 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 12:18 AM (IST)
विद्यालय न आने पर शिक्षकों का वेतन होगा अदेय
विद्यालय न आने पर शिक्षकों का वेतन होगा अदेय

जागरण संवाददाता, चंदौली : 'दैनिक जागरण' के 'प्रश्न प्रहर' कार्यक्रम में गुरुवार को बीएसए भोलेंद्र प्रताप ¨सह ने सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि जो शिक्षक अनुपस्थित रहते हैं और यह जानकारी मिलती है कि वे विद्यालय कभी-कभी आते हैं, उनका एक माह का वेतन अदेय किया जाएगा। बिना मान्यता चल रहे विद्यालय बंद कर दें अन्यथा एक लाख रुपये जुर्माना लगेगा। एमडीएम किसी विद्यालय में मिट्टी के चूल्हे पर न बने, इसमें प्रधान और प्रधानाध्यापक दोनों जिम्मेदार होंगे। सेमरा कुसहीं के विद्यालय में शिक्षकों का निवास बनने पर आश्चर्य जताया, बोले-जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सवालों के कुछ इस तरह दिए जवाब।

loksabha election banner

सवाल : बढ़वल डीह सकलडीहा के भानुप्रताप ¨सह ने कहा क्षेत्र में बिना मान्यता के विद्यालय चल रहे, न कोई मानक है, न शिक्षक, क्या ऐसे विद्यालयों में सख्ती नहीं होती।

जवाब : बिना मान्यता कोई विद्यालय नहीं चलेगा। 31 अगस्त तक 76 विद्यालय बंद हुए। जबकि सौ से अधिक ने मान्यता को आवेदन किया है। मान्यता को आवेदन करने वाले चला सकते हैं। इसके अलावा जो विद्यालय चल रहे पकड़े जाने पर एक लाख जुर्माना लगेगा, मुकदमा भी दर्ज होगा।

सवाल : पीडीडीयू नगर के संजय ¨सह ने कहा चूल्हे पर एमडीएम बनने पर प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई होती है प्रधान पर क्यों नहीं।

जवाब : एमडीएम की जिम्मेदारी हेडमास्टर और प्रधान दोनों की है। दोनों पर कार्रवाई भी होगी। विद्यालय में गठित स्कूल प्रबंध समिति एमडीएम संचालित करती है। संयुक्त हस्ताक्षर से पैसा निकलता है। प्रधानाध्यापक एसएमसी से पैसा निकालने के पूर्व गैस सि¨लडर को प्राथमिकता दें और गैस चूल्हे पर ही एमडीएम बनवाएं। कहीं चूल्हे पर एमडीएम बना तो दोनों पर कार्रवाई होगी।

सवाल : नौगढ़ के संदीप मौर्य ने पूछा कि क्षेत्र के सेमरा कुसही विद्यालय में आधा दर्जन विद्यालय के शिक्षकों ने अपना आवास बना लिया है। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही।

जवाब : किसी अध्यापक का विद्यालय में निवास करना पूरी तरह से निषिद्ध है, जांच कराएंगे और ऐसे शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सवाल : शहाबगंज के राजकुमार मोदनवाल ने कहा अनौपचारिक शिक्षा स्कीम बंद हो गई है, क्या इसके पुन: चालू होने की संभावना है।

जवाब : सरकार केवल सर्व शिक्षा अभियान चला रही। छह से 14 वर्ष के शत प्रतिशत बच्चों को विद्यालय में प्रवेश कराया जा रहा है। सरकार उन्हीं को सुविधाएं दे रही। शिक्षकों की भर्ती के लिए सरकार समय-समय पर अवसर दे रही है।

सवाल : राम चौहान खंडवारी, आनंद डेवड़ा, रवि बिछिया खुर्द ने पूछा कि विद्यालयों के खुलने और बंद होने का क्या समय है। शिक्षक मनमाने समय पर आ रहे और विद्यालय भी जल्द बंद हो जा रहा।

जवाब : ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने सुबह दस बजे से दोपहर तीन बजे तक विद्यालय खोलने व बंद करने का समय निर्धारित किया है। ठंड कम होने पर विद्यालय सुबह नौ से तीन बजे तक चलेंगे। इस अवधि में कोई लापरवाही बरतता है तो कार्रवाई होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.