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दो विभागों के बीच फंसा राहगीरों की सुरक्षा का मामला

दो विभागों के बीच फंसा राहगीरों की सुरक्षा का मामला

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 08:52 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 06:26 AM (IST)
दो विभागों के बीच फंसा राहगीरों की सुरक्षा का मामला
दो विभागों के बीच फंसा राहगीरों की सुरक्षा का मामला

जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : काफी जद्दोजहद और कई घटनाओं के बाद लोक निर्माण विभाग ने जीटीआर ब्रिज के पास सड़क के दोनों तरफ क्रश बैरियर लगाने का काम शुरू किया तो राहगीरों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होती नजर आई। लेकिन आधा अधूरा काम समस्या के पूर्ण समाधान में बाधक बना हुआ है। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि जितना बजट स्वीकृत हुआ उतना काम करा दिया गया अब रेलवे चाहे तो बाकी बचे स्थान पर बैरियर लगवा सकती है। फिलहाल रेल अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं और मामला ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा है।

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जीटीआर ब्रिज के पश्चिम तरफ सड़क के दोनों ओर खाईं है। जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। वाहन चलाते समय जरा सा ध्यान भटका नहीं कि गहरे गड्ढे में जाना तय है। वहीं खाली स्थान होने के चलते लोग रेलवे की जमीन में कूड़ा भी गिराते हैं। कई महीनों से दोनों पटरियों पर बैरियर लगाए जाने की मांग की जा रही थी। बहरहाल लोक निर्माण विभाग ने पहल की और दोनों तरफ तकरीबन 50 से 60 मीटर क्रश बैरियर लगवा दिया। लोगों को उम्मीद थी कि खतरे वाले स्थान पर बैरियर लगाया जाएगा। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने यह कहते हुए हाथ खड़े कर लिए कि जितना बजट स्वीकृत था उतना काम करा दिया गया है। रेलवे की भी कुछ जिम्मेदारी बनती है। शेष बचे स्थान पर बैरियर लगवा सकती है। हालांकि इतने से समस्या हल होने वाली नहीं है। अभी भी काफी खाली स्थान बचा है जहां बैरियर लगाया जाना नितांत आवश्यक है। पूरे दिन इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन होता है। नगर में ही प्रमुख जंक्शन होने के कारण रात में भी लोग आते-जाते हैं।इस बाबत एक्सईएन पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड संजय गोरे का कहना है कि रेल अधिकारियों ने कई दफा वार्ता कर खाली बचे स्थान पर क्रश बैरियर लगवाने की बात कही। लेकिन फिलहाल यह संभव नहीं है। जितना काम स्वीकृत करवाया गया था जो चुका है।


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