सोने के बढ़ते भाव ने फीकी की सर्राफा बाजार की रौनक
सोने के बढ़ते भाव ने फीकी की सर्राफा बाजार की रौनक
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : सर्राफा बाजार से हाल फिलहाल सोने के भाव को लेकर राहत भरी खबर आने की कोई उम्मीद नहीं है। कारोबारियों का दावा कि कीमतों में अभी और इजाफा होगा। इसका असर दीवाली पर भी पड़ेगा। दशकों पुरानी परंपरा के टूटने के आसार साफ नजर आ रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अर्थव्यवस्था में मंदी रहने के संकेतों ने सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की। अधिकाधिक लोग जमीन की बजाए सोने में निवेश कर रहे हैं। रुपये और डालर के बीच का बड़ा अंतर भी इसकी एक अहम वजह है।
सोने के बढ़ते भाव ने बाजार की रौनक फीकी कर दी है। लोग सोना खरीदने की बजाए बेचना ज्यादा मुनासिब समझ रहे हैं। बड़े प्रतिष्ठान किसी तरह कारोबार को जीवित किए हुए हैं। जबकि छोटे व्यापारियों की हालत दिनों दिन खस्ता होती चली जा रही है। सोना सामान्य लोगों की पहुंच से बाहर हो चुका है। दुकानों से रौनक गायब हो गई है। नगर के स्वर्ण कारोबारी अतुल सिंह कहते हैं कि सोने के भाव अभी और बढ़ेंगे। डालर और रुपये के बीच का अंतर काफी बढ़ जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इस दफा इसका रेट ऊपर नीचे होने की बजाए सीधे बढ़ता ही जा रहा है। धनतेरस और दीवाली जैसे पर्व पर खरीदारों को आकर्षित करने के लिए कीमतों में कमी लाई जाती थी। लेकिन दस दफा ऐसी कोई भी संभावना नजर नहीं आ रही। दाम बढ़ने के कारण लोग पुराना सोना बेचने की होड़ में लग गए हैं। रिकू जुनेजा बताते हैं कि देश में आíथक मंदी चल रही है। कीमत आधिक होने के कारण लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। लोगों को यह भरोसा हो गया है कि इसमें मुनाफा ही होगा। जमीन में निवेश करने की बजाए लोग सोने में निवेश करना अधिक पसंद कर रहे हैं। अमेरिका द्वारा चीनी उत्पादों पर अधिक टैरिफ लगा दिये जाने के बाद टैरिफ वार बढ़ने की आशंकाओं से भी तेजी को बल मिला। कारोबारियों का कहना है कि सोने-चांदी में यह तेजी एक-दो माह और रह सकती है।