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दूसरे दिन छात्रों की संख्या बढ़ी, प्रमुख विषयों की हुई पढ़ाई

फोटो 04 जागरण संवाददाता चंदौली माध्यमिक विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू होने के साथ छात्र भ

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 09:07 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 09:07 PM (IST)
दूसरे दिन छात्रों की संख्या बढ़ी, प्रमुख विषयों की हुई पढ़ाई
दूसरे दिन छात्रों की संख्या बढ़ी, प्रमुख विषयों की हुई पढ़ाई

फोटो : 04

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जागरण संवाददाता, चंदौली : माध्यमिक विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू होने के साथ छात्र भी समय से स्कूल पहुंचने लगे हैं। मंगलवार को दूसरे दिन स्कूलों में 20 फीसद छात्रों ने उपस्थिति दर्ज कराई। इस दौरान गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व अंग्रेजी समेत प्रमुख विषयों की पढ़ाई हुई। कोरोना को लेकर विशेष सतर्कता बरती गई। छात्र-छात्राओं की थर्मल स्कैनिग के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन कराया गया।

शासन के निर्देश पर माध्यमिक विद्यालयों में 19 अक्टूबर से पठन-पाठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दिन स्कूलों में इक्का-दुक्का विद्यार्थी पहुंचे थे। स्कूलों में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि दूसरे दिन छात्रों की संख्या बढ़ गई। जिले के 250 विद्यालयों में तकरीबन 20 फीसद विद्यार्थी पहुंचे। स्कूलों में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी की पढ़ाई हुई। इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व अंग्रेजी पढ़ाया गया। जबकि हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को गणित, अंग्रेजी व विज्ञान विषय का पाठ्यक्रम पढ़ाया गया। कोरोना को लेकर विशेष सतर्कता बरती गई। स्कूलों में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिग हुई। कक्षाओं में भी दो गज की दूरी पर बैठाया गया था। स्कूलों की नियमित सफाई व सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। दरअसल, सात माह बाद स्कूलों में पठन-पाठन शुरू हुआ है। यदि गत वर्षों की भांति फरवरी व मार्च माह में बोर्ड की परीक्षा हुईं, तो छात्र-छात्राओं को तैयारी के लिए काफी कम समय मिलेगा। ऐसे में प्रमुख विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यालय स्थित महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. रामचंद्र शुक्ल ने बताया कि हिदी, इतिहास, भूगोल समेत अन्य विषयों की पढ़ाई किताब अथवा आनलाइन क्लास के जरिए भी कर सकते हैं। लेकिन गणित विषय को समझाना जरूरी है। इससे छात्र-छात्राओं को आसानी होगी।

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पठन-पाठन को लेकर 10वीं व 12वीं के छात्र गंभीर

विद्यालयों में 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अधिक है। बोर्ड परीक्षा को देखते हुए कोरोना की चुनौतियों के बावजूद अभिभावक सहमति पत्र प्रदान कर रहे हैं। ताकि स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राएं अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित कर सकें। इसी वजह से स्कूल आने वाले विद्यार्थियों में 60 फीसद विद्यार्थी 10वीं व 12वीं के हैं।


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