किसानों ने खुद शुरू की माइनर की सफाई
क्षेत्र के एक दर्जन गांवों के किसानों के खेतों को शिचित करने वाला दयालपुर व महरो माइनर इन दिनों झाड़-झंखाड़ से पूरी तरह पट चुकी है ।जिससे किसानों के खेतों में पानी पहुंचना मुश्किल हो गया है। इससे आक्रोशित किसानों ने तीन दिन से खुद फावड़ा उठा कर माइनरो की साफ सफाई कर खेतों में पानी पहुंचाने का काम किया।
जासं, ताराजीवनपुर : झाड़-झखाड़ से पटी दयालपुर-महेवा माइनर से किसानों के खेतों में जब पानी नहीं पहुंचा तो नहर की सफाई के लिए स्वंय कूद पड़े। गुरुवार को नहर की सफाई कर खेतों में पानी पहुंचाने को लग गए, ताकि पानी के अभाव से धान की फसल सूखने न पाए। सत्ता व विपक्ष के जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई। कहा सरकार किसानों के आय को दोगुनी करने का बात कर रही हो, लेकिन अधिकारी इस पर अमल नहीं कर पा रहे है।
किसानों की हितैषी कहे जाने वाली सरकार में किसान खुद अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। क्षेत्र के कोरी ,सदलपुरा ,दयालपुर, धमिना, जीवनपुर, तारापुर सहित एक दर्जन गांवों के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने वाला दयालपुर-महेवा माइनर झाड़-झखाड़ से पट गई थी। इससे किसानों के खेतों में ¨सचाई को पानी नहीं पहुंच पा रहा था। कई बार विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से सफाई कराने को कहा, लेकिन सफाई की बात पर टालमटोल कर दिया तो ग्रामीणों ने खुद सफाई का बीड़ा उठा लिया। किसानों ने खुद फावड़ा व खांची लेकर माइनर की साफ सफाई में जुट गए। इस दौरान सुरेंद्र यादव, संदीप यादव,राजनाथ, सिपाही ,संतोष यादव, दिनेश पासवान निर्मल, केशव यादव आदि उपस्थित थे।