समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास से होगी देश की तरक्की
जागरण संवाददाता पीडीडीयू नगर (चंदौली) एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर गुरुवार को विभिन्न संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित किए। स्वदेशी जागरण मंच के सदस्यों ने जंक्शन के दिल्ली एंड यार्ड पर स्थित उनके निर्वाण स्थली खंभा नंबर 673/1276 पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार व्यक्त किया गया। मंच के पूर्वी उत्तर प्रदेश के संयोजक आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि पंडित दीनदयाल राष्ट्रीय एकता व अखंडता के पूर्ण राष्ट्र विचारक एवं चितक थे। वे चाहते थे कि भारत का नागरिक हमेशा भारत माता के प्रति अपने मूल सिद्धांतों एकात्मक व मानवतावाद के रूप में सेवा करते रहे। एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि समाज एवं राष्ट्र का विकास तभी संभव है, जब समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति का विकास होगा। वे हमेशा समाज के पीड़ितों, शोषितों एवं वंचितों के उत्थान में लगे रहे। जिला संपर्क प्रमुख शिवजी, राजनाथ पाल, प्रभात, सौरभ बरनवाल, प्रभात, सतीश, सदानंद, बालचरन आदि उपस्थित थे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर के जीटी रोड परमार कटरा स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में स्थापित दीनदयाल जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। मंडल प्रभारी सुरेंद्र सिंह, राणा प्रताप सिंह, अनिल गुप्ता, कुंदन सिंह, राजेश चौहान, प्रभु यादव, जयप्रकाश गुप्ता, विवेक सिंह आदि उपस्थित थे।