साहब, मिनी महानगर में जाम पर नहीं लगी लगाम
कभी वाहनों की कतार के बीच अपने स्कूल वाहन में फंसा गोलू मम्मी.मम्मी पुकारता है तो कभी वर्मा जी को समय से कार्यालय नहीं पहुंचने पर साहब की डांट खानी पड़ती है। उनका जाम में फंसे होने का वाजिब कारण अब बहानेबाजी माना जाता है।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर, (चंदौली): कभी वाहनों की कतार के बीच अपने स्कूल वाहन में फंसा गोलू मम्मी.मम्मी पुकारता है तो कभी वर्मा जी को समय से कार्यालय नहीं पहुंचने पर साहब की डांट खानी पड़ती है। उनका जाम में फंसे होने का वाजिब कारण अब बहानेबाजी माना जाता है। दरअसल मिनी महानगर में जाम की समस्या पर लगाम नहीं लग पा रही। पुलिस और यातायात विभाग के तकरीबन 14 सिपाही और होमगार्ड मिलकर भी समस्या का समाधान नहीं ढूंढ पा रहे। खाकी का हर हथकंडा फेल हो चुका है। हालांकि सीओ साहब का एक सप्ताह के भीतर व्यवस्था को पटरी पर लाने का दावा आमजन को थोड़ी राहत पहुंचा सकता है।
पीडीडीयू नगर में जाम की समस्या निदान के अभाव में विकराल रूप लेती जा रही है। जीटी रोड पर वाहनों के घिसटने से परेशान राहगीरों को इससे कब तक राहत मिलेगी यक्ष प्रश्न बना हुआ है। राहत वैसी जैसी किसी वीआइपी के आगमन के दौरान मिलती है। साफ सड़क और फर्राटा भरते वाहनों को देखना उसी दौरान नसीब होता है। आम दिनों में लगने वाला जाम खाकी की दोहरी रणनीति प्रदर्शित करता है।
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भंगड़ा करने वालों का होगा चालान
सीओ सदर त्रिपुरारी पांडेय का दावा है कि जाम से निपटने को रणनीति तैयार कर ली गई है। इसका असर एक सप्ताह में नजर भी आएगा। सुबह आठ से 11 बजे और शाम को पांच से आठ बजे तक किसी भी दुकान के सामने वाहन खड़े नहीं होंगे। दुकानदारों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है। बारात से जाम लगा और लबे सड़क भंगड़ा करते मिले तो तत्काल चालान कर दिया जाएगा।