गेहूं की बोआई को खाद की किल्लत
गेहूं की बुआई शुरू होने से पूर्व ही समितियों पर खाद की उपलब्धता नहीं होने से किसानों को खाद के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। धान की कटाई के तुरंत बाद गेहूं की बुआई शुरू की जाती है। इस स्थिति में किसानों को पहले से ही खाद बीज जुटाना पड़ता है। इस स्थिति में अगर खाद बीज समितियों पर उपलब्ध ना हो तो किसानों की घबराहट और बढ़ जाती है।
जासं, ताराजीवनपुर (चंदौली) : गेहूं की बोआई शुरू होने से पूर्व ही समितियों पर खाद की उपलब्धता नहीं होने से किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। धान की कटाई के तुरंत बाद गेहूं की बोआई का कार्य आरंभ हो जाता है। ऐसे में किसानों को पहले से ही खाद, बीज की व्यवस्था करनी पड़ती है। विडंबना कि समितियों पर खाद ही नहीं है। हालांकि रविवार को समितियों पर एक ट्रक डीएपी भेजी गई लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरा साबित होगी। किसान चंद्रशेखर सिंह, रघुनाथ सिंह, जोगिदर यादव, राकेश तिवारी ,राम नगीना शर्मा, केदार यादव आदि ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है।