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सुरक्षाकर्मी रहें एक्शन मोड में, जेल से छूटे नक्सलियों पर रखें नजर

नौगढ़ (चंदौली) स्थानीय थाना सभागार में मंगलवार को अपर पुलिस अधीक्षक सुखराम भारती चंदौली व एएसपी कैमूर (बिहार) नितिन कुमार की अध्यक्षता नक्सल गतिविधियों पर रोक चौकसी बरतने सूचनाओं का आदान प्रदान करने हर गंभीर मामलों में समन्वय बनाए रखने व अन्य मुद्दों को लेकर बैठक हुई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 06:48 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 06:48 PM (IST)
सुरक्षाकर्मी रहें एक्शन मोड में, जेल से छूटे नक्सलियों पर रखें नजर
सुरक्षाकर्मी रहें एक्शन मोड में, जेल से छूटे नक्सलियों पर रखें नजर

जागरण संवाददाता, नौगढ़ (चंदौली) : स्थानीय थाना सभागार में मंगलवार को अपर पुलिस अधीक्षक सुखराम भारती चंदौली, व एएसपी कैमूर (बिहार) नितिन कुमार की अध्यक्षता नक्सल गतिविधियों पर रोक, चौकसी बरतने, सूचनाओं का आदान प्रदान करने, हर गंभीर मामलों में समन्वय बनाए रखने व अन्य मुद्दों को लेकर बैठक हुई। एएसपी चंदौली ने कहा जंगलों में कांबिग के दौरान पुलिस व पीएसी हर समय एक्शन मूड में रहे। जेल से छूटे नक्सलियों की आय के श्रोत व उनसे मिलने वालों पर नजर रखी जाए। चंदौली, मीरजापुर व सोनभद्र के पुलिस अधिकारी भी इसमें शामिल हुए।

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विभिन्न राज्यों में नक्सली वारदात बढ़ी हैं, इससे इससे प्रभावित रहे सभी जिलों को चौकन्ना रहने पर सहमति बनी। कहा गया जेल से छूटे नक्सलियों को समय -समय पर संबंधित थानों में बुलाकर व उनसे पूछताछ और उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली जाए। पूर्व में जिन गांवों में नक्सल गतिविधियों में लिप्त लोग रहे हैं, उन गांवों की नए सिरे से पड़ताल हो और वहां होने वाले विकास कार्यों को भी देखें। ग्रामीणों की जरूरतों के मुताबिक वहां सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर चौकसी बढ़ाई जाए। वन क्षेत्रों में किसी भी असामाजिक गतिविधि पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए चंदौली समेत बिहार के कैमूर, मीरजापुर, सोनभद्र के पुलिस व पीएसी के बीच सूचनाओं का बराबर आदान प्रदान होता रहना चाहिए। जो समस्याएं आएं उन्हें अधिकारियों के समक्ष खुलकर रखें ताकि किसी अनहोनी को पहले ही रोका जा सके। कांबिग बढ़ाकर हर तरह की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। सीओ शेषमणि पाठक ने कहा कांबिग के दौरान सुरक्षाकर्मी तनिक भी ढिलाई न बरतें। तय हुआ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाएं, कांबिग बढ़ाएं। जंगलों में रह रहे ग्रामीणों के साथ समन्वय बनाकर उन्हें जागरूक किया जाए। कोई भी संदिग्ध वस्तु या संदिग्ध व्यक्ति नजर आए तो तुरंत उन्हें पुलिस के सरकारी नंबरों पर सूचना देने के लिए प्रेरित करें। सूचनाएं देने वाले का नाम गुप्त रखा जाए। पुलिस के खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जाए। उपजिलाधिकारी डाक्टर अतुल गुप्ता, सीओ नक्सल चुनार रामानंद राय, सीओ सदर सोनभद्र आशीष मिश्रा, थानाध्यक्ष नौगढ़ राजेश सरोज, थानाध्यक्ष चकरघट्टा दीनदयाल पांडेय, ओबरा नक्सल इकाई के एसआइ भूपतिनाथ तिवारी, एसआइ नक्सल सोनभद्र विश्वनाथ सिंह, थानाध्यक्ष शहाबगंज मनोज कुमार, एसएचओ चांद कैमूर संजय कुमार, एसएचओ चैनपुर उदयभान सिंह, एलआइयू कर्मियों के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।


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