एएनएम सेंटरों से नदारद मिलीं मिडवाइफ, होगी कार्रवाई
जच्चा-बच्चा की सेहत को लेकर सरकार भले ही गंभीर हो लेकिन उनकी देखभाल करने वाली मिडवाइफ ही दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहीं हैं। यही नहीं एएनएम सेंटर पर उनकी मौजूदगी भी नहीं रहती। इसका खुलासा मंगलवार को प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सुजीत सिंह के निरीक्षण में हुआ। बगैर सूचना के पांच मिडवाइफ नदारद रहीं। अनुपस्थित इन मिडवाइफों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी।
जासं, चकिया (चंदौली) : जच्चा-बच्चा की सेहत को लेकर सरकार भले ही गंभीर हो लेकिन, उनकी देखभाल करने वाली मिडवाइफ ही दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहीं हैं। यही नहीं एएनएम सेंटर पर उनकी मौजूदगी भी नहीं रहती। इसका खुलासा मंगलवार को प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सुजीत सिंह के निरीक्षण में हुआ। बगैर सूचना के पांच मिडवाइफ नदारद रहीं। अनुपस्थित इन मिडवाइफों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी।
प्रभारी चिकित्साधिकारी दोपहर में एएनएम सेंटर उतरौत पर अचानक पहुंच गए। मिडवाइफ कांति देवी बगैर सूचना की अनुपस्थित मिली। प्रसव में सहयोग के लिए संविदा पर नियुक्त सुषमा उपस्थित रहीं। प्रसव व टीकाकरण के बाबत जानकारी लेने पर निरुत्तर हो गईं। निरीक्षण की जानकारी होने पर आस-पास के ग्रामीण भी सेंटर पर पहुंच गए। चहारदीवारी क्षतिग्रस्त होने की शिकायत प्रभारी चिकित्साधिकारी से की। आरोप लगाया नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं को समुचित इलाज नहीं मिल पाता है। निरीक्षण के भैसहीं सेंटर के परिसर गंदगी व घास-फूस मिली। मिडवाइफ अरूणा नदारद रहीं। ग्रामीणों ने बताया सेंटर पर अक्सर ताला लटका रहता है। पटनवा में अनुराधा, बिठवल कला में गायत्री श्रीवास्तव, कुआं में आशा देवी अनुपस्थित रहीं। बिठवल कला, कुआं में केंद्र खुला रहा। यहां संविदा पर नियुक्त मिडवाइफ बसंती व सुशीला मौजूद थीं। टीकाकरण, प्रसव, जननी सुरक्षा योजना का क्रियान्वयन संतोषजनक नहीं मिला। उन्होंने इस पर गहरी नाराजगी जताई। लापरवाह कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई। निरीक्षण के दौरान ब्लाक लेखा प्रबंधक विजय मौर्य, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रकाश, आनंद मिश्र आदि उपस्थित थे।