(चुनाव)ड्यूटी से मुक्ति को सचिवालय व जनप्रतिनिधियों तक जुगाड़
लोकसभा चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने को मतदान कार्मिक बेताब हैं। जिला प्रशासन ने दलीलें नहीं मानीं तो लखनऊ सचिवालय व अन्य जिलों के जनप्रतिनिधियों तक जुगाड़ लगा रहे हैं। अधिकारियों तक सिफारिशें पहुंचने लगी हैं। अधिकारी फोन सर्विलांस पर लगे होने से आपसी बातचीत लीक होने का हवाला देकर सिफारिश करने वालों से पीछा छुड़ा रहे हैं।
जासं, चंदौली : लोकसभा चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने को मतदान कार्मिक बेताब हैं। जिला प्रशासन ने दलीलें नहीं मानीं, तो लखनऊ सचिवालय व अन्य जिलों के जनप्रतिनिधियों तक जुगाड़ लगा रहे हैं। अधिकारियों तक सिफारिशें पहुंचने लगी हैं। अधिकारी फोन सर्विलांस पर लगे होने से आपसी बातचीत लीक होने का हवाला देकर सिफारिश करने वालों से पीछा छुड़ा रहे हैं।
ड्यूटी पत्र जारी होने के बाद दो दिनों में ही 50 से अधिक सिफारिश मतदान कार्मिक प्रभारी के यहां पहुंच चुकी है। कार्मिकों ने पहले कार्यालायाध्यक्षों के संस्तुति पत्र के साथ विभागीय कार्यों का हवाला देते हुए ड्यूटी से मुक्ति को अर्जी लगाई। वहीं बीमारी, शादी व हनीमून को भी कारण बना रहे हैं। प्रशासनिक महकमे ने सारी दलीलें खारिज कर दी तो लखनऊ में बैठे रसूखदारों के यहां अपने संपर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। लखनऊ सचिवालय व अन्य जिलों के जनप्रतिनिधियों की ओर से मतदान कार्मिक प्रभारी को फोनकर सिफारिश की जा रही है। इसको लेकर अधिकारी पेशोपेश में हैं।