धूमधाम से मनाया राणी सती दादी का जन्मोत्सव
राणी सती दादी का जन्मोत्सव गुरुवार को कैलाशपुरी स्थित विष्णुकांत अग्रवाल के आवास में धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने वेदी पर स्वस्तिक बनाकर सुहाग की रक्षा व सुख-समृद्धि की कामना की। महिलाओं ने मां को चुनरी मेहंदी व गजरा चढ़ाया। बांटो-बांटो जी आज बधाई राणी सती दादी जी आज घर आईं जैसे भजनों की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। दादी सती का भव्य मंदिर सजाया गया था।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : राणी सती दादी का जन्मोत्सव गुरुवार को कैलाशपुरी स्थित विष्णुकांत अग्रवाल के आवास में धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने वेदी पर स्वस्तिक बनाकर सुहाग की रक्षा व सुख-समृद्धि की कामना की। महिलाओं ने मां को चुनरी, मेहंदी व गजरा चढ़ाया। बांटो-बांटो जी आज बधाई, राणी सती दादी जी आज घर आई.. जैसे भजनों की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। दादी सती का भव्य मंदिर सजाया गया था।
मारवाड़ी समाज की महिलाएं हाथ में मेहंदी रचाए, लाल रंग की साड़ी और चुनरी के अलावा राजस्थानी परिधानों से सुसज्जित होकर जन्मोत्सव मनाने पहुंची। वहां भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना की। इसके उपरांत श्री राणी सती दादी की पूजा-अर्चना की गई। पूजा अर्चना करने के बाद गणेश वंदना के साथ भजन प्रारंभ हुआ। भजन मंडली ने जो कर ना सका कोई काम चुनरिया कर जाएगी, मां देख तेरा श्रृंगार दिल करे नाचन का, अन्य भजनों की प्रस्तुति की गई। मध्य प्रदेश सतना से आईं शिखा पांडेय ने श्री राणी सती दादी जी का मंगल पाठ भी किया। दादी जी के बचपन से लेकर सती होने तक की कथा सुनाई। शिखा ने बताया कैसे रानी सती दादी का विवाह हुआ और विदाई कराकर जाते समय रास्ते में कुछ लोगों द्वारा उनके पति को मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद दादी भी वहीं पर पति के साथ चिता पर सती हो गईं। मीना अग्रवाल, सुनीता चौधरी, पायल चौधरी, शीला पोद्दार, कांता पोद्दार, किरण अग्रवाल, शशि अग्रवाल, आत्माराम तुलस्यान, अजय जालान, मुरारी अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।