धान खरीद व पराली निस्तारण की समस्या उठाई
भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से मिला। किसानों की पराली जलाने धान क्रय खाद बीज आदि की समस्याओं से अवगत कराया।
जागरण संवाददाता, चंदौली : भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से मिला। किसानों की पराली जलाने, धान क्रय, खाद, बीज आदि की समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री और पर्यावरण मंत्री के नाम संबोधित पत्रक सौंप समस्याओं के निस्तारण की मांग की।
सदस्यों का कहना रहा कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला धुआं पर्यावरण के लिए घातक साबित हो रहा। शासन-प्रशासन पूंजीपतियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए पराली जलाने के नाम पर किसानों के पीछे पड़ा है। जबकि किसान फसलों के साथ तमाम तरह के पेड़-पौधे और बागवानी की खेती कर पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अपना योगदान दे रहे लेकिन किसानों पर कोई रियायत नहीं बरती जा रही। कहा धान की पराली और गन्ना का डंठल खेतों में जलाने से पर्यावरण में प्रदूषण नहीं बढ़ता है। वैज्ञानिकों ने भी इसकी पुष्टि की है। ऐसे में किसानों पर कार्रवाई गलत है। पेट्रोलियम पदार्थों को जलाने, प्लास्टिक, सालिड वेस्टेज, कंक्रीट, होटल, रेस्टोरेंट और विमानों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। इससे निजात के लिए उपाय ढूंढ़ा जाना चाहिए। रबी के पीक सीजन में किसान क्रय केंद्रों पर धान बेचने, शोधित बीज और खाद के लिए तमाम तरह की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। किसानों की समस्याओं का निस्तारण करने के साथ ही पराली निस्तारण के लिए व्यावहारिक हल ढूंढ़ा जाना चाहिए। मनोज सिंह, रामपूजन मिश्रा, संतोष मिश्रा समेत अन्य मौजूद थे।