प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए रेलवे आया आगे
प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने रेलवे आया आगे
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य प्रांतों से घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए रेलवे आगे आया है। घर-घर जाकर रेलवे ने श्रमिकों को रोजगार देने की कवायद शुरू की है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के क्षेत्राधिकार में आने वाले गांवों में पोस्टर चस्पा किए जाएंगे और पंफलेट भी दिए जाएंगे। इच्छुक श्रमिक काम करने आएंगे को रेल अधिकारी उन्हें काम करने का तरीका भी सिखाएंगे। मंडल के इंजीनियरिग, कैरेज एंड वैगन सहित निर्माण कार्यों को गति मिलेगी। सबसे अधिक लाभ डीएफसीसी के कार्य को मिलेगा। ठेकेदार के जरिए श्रमिकों को मानदेय दिया जाएगा। इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद रोजी रोटी के लिए मोहताज श्रमिकों को भटकना नहीं पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश सहित बिहार, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के काफी संख्या में श्रमिक अन्य प्रांतों में काम कर करते हैं। श्रमिक के परिजन भी उनके साथ निवास करते हैं। कोरोना वायरस की वजह से सभी कल कारखानों को बंद करा दिया गया है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने लगी तो श्रमिकों की परेशानी भी बढ़ने लगी। लाचार बेबस श्रमिक पैदल ही अपने घरों की तरफ रुख कर दिए। हजारों किलोमीटर चलकर श्रमिक अपने घर पहुंच रहे हैं। हालांकि रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेन का भी परिचालन कर रही है। घर पहुंचने के बाद श्रमिक काम-धंधे की तलाश करने में लगे गए हैं। कोरोना काल में हर मुश्किल को हराने वाली रेलवे अब श्रमिकों के लिए मददगार बन सामने आई है। पीडीडीयू से गया तक के श्रमिकों को मिलेगा लाभ
पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के पीडीडीयू जंक्शन से गया तक के श्रमिकों को रेलवे की इस सुविधा का लाभ मिलेगा। गांव गांव में रेल अधिकारियों की टीम पहुंचेगी और श्रमिकों को काम करने के बारे में जागरूक करेगी। घर-घर पोस्टर चस्पा किए जाएंगे और पंफलेट के जरिए श्रमिकों को रोजगार की जानकारी दी जाएगी। कोरोना वायरस की वजह से श्रमिकों को परेशान होना पड़ रहा है। फैक्ट्रियों के बंद होने के कारण श्रमिकों को रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है। रेलवे श्रमिकों को रोजगार देगा। साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इससे श्रमिकों को रोजगार मिल जाएगा और रेलवे के कार्य को गति मिलेगी।
-पंकज सक्सेना, डीआरएम, पीडीडीयू मंडल।