मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ रेल कर्मियों ने किया प्रदर्शन
मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ रेल कर्मियों ने किया प्रदर्शन
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने बुधवार तीसरे दिन डब्ल्यूआइ कार्यालय व फ्लैशबट के वेल्डिग प्लांट के समक्ष हंगामा किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चेताया इस विरोध से केंद्र सरकार नहीं मानी तो उग्र आंदोलन होगा।
आल इंडिया रेलवे मेंस के महासचिव शिव गोपाल मिश्र व ईसीआरकेयू के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव के आह्वान पर भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कोविड-19 की आड़ में रेल कर्मचारियों के भत्ते को रोकने वाले किसी भी कदम का संगठन द्वारा विरोध किया जाएगा। जन जागरण अभियान का नेतृत्व शाखा नंबर तीन के शाखा सचिव एसपी सिन्हा एवं अशोक सिंह ने किया। रमेश सिंह, वाईपी सिंह, आरआर मिश्र, डीके गुप्ता, संतोष तिवारी, जेके सिंह, सूरज कुमार, विजय कुमार, मुन्ना सिंह, बदरुद्दीन, लल्लन सिंह, जयप्रकाश, एके भारती, आरआर सिंह, एके शर्मा, मनीष कुमार आदि शामिल थे।
वहीं ईसीआरकेयू प्लांट डिपो शाखा के सदस्यों ने फ्लैशबट वेल्डिग प्लांट के मेन गेट के समक्ष प्रदर्शन किया। केंद्रीय संगठन मंत्री बीबी पासवान ने कहा रेल कर्मचारियों के बिना मांगे ही पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। अगर सरकार कहती तो रेल कर्मचारी और भी पैसा देने से पीछे नहीं हटते, लेकिन महंगाई भत्ता रोकना कर्मचारियों के अधिकारों का हनन करने जैसा है। एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन को बहाल करने के साथ ही भारतीय रेल को निजीकरण से बचाने की लड़ाई पहले से लड़ते आ रहे हैं, उस पर कोई फैसला करने की बजाए रेल कर्मचारियों को और उकसाने की कार्रवाई की गई। एसपी सिंह, शंकर प्रसाद, अमरेंद्र कुमार, एके उपाध्याय, मोहन राम, बीबी सिंह, रमेश श्रीवास्तव, संजय कुमार, प्रभात कुमार, संजय शर्मा, दयाशंकर सिंह, कृष्णा शाह, जीत बहादुर थापा, मुकेश पासवान आदि शामिल थे।