रेलवे सुरक्षा बल के आएंगे अच्छे दिन
रेलवे सुरक्षा बल में तैनात कर्मचारियों के अच्छे दिन आने वाले हैं। बैरकों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने और सजाने-संवारने को रेल प्रशासन ने खजाने का मुंह खोल दिया है। नौ करोड़ रुपये की लागत से जहां कई नए बैरकों का निर्माण कराया जाएगा वहीं पुरानों के जीर्णोद्धार की भी योजना है। डेहरी और गया में महिला कर्मियों के लिए दस-दस बेड के बैरक बनाए जाएंगे जबकि जंक्शन स्थित पुराने बैरकों के नवनिर्माण पर दो करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च की जाएगी।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : रेलवे सुरक्षा बल में तैनात कर्मचारियों के अच्छे दिन आने वाले हैं। बैरकों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने और सजाने-संवारने को रेलवे प्रशासन ने खजाने का मुंह खोल दिया है। नौ करोड़ रुपये की लागत से कई बैरकों का निर्माण कराया जाएगा। पुराने बैरकों का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा। डेहरी और गया में महिला कर्मचारियों के लिए दस-दस बेड के बैरक बनाए जाएंगे जबकि जंक्शन स्थित पुराने बैरकों के नवनिर्माण पर दो करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च की जाएगी।
रेल संपत्ति की सुरक्षा में मुस्तैद रहने वाले जवानों की समस्याओं पर रेलवे का ध्यान गया तो बैरकों को दुरुस्त करने को बजट जारी किया गया। सरकार की ओर से नौ करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इससे नए बैरक बनाए जाएंगे। जर्जर पड़े बैरकों को दुरुस्त किया जाएगा। डेहरी और गया में सवा करोड़ रुपये की लागत से दस-दस बेड के दो महिला बैरक, और ट्रेन स्कार्ट पार्टी के लिए गया में ही 80 बेड का बैरक ढाई करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त मुगलसराय मंडल के 17 बैरकों के जीर्णोद्धार पर भी काफी धन खर्च किया जाएगा। इनमें पीडीडीयू जंक्शन सहित डेहरी, गया, सासाराम, भभुआ, जपला, नबीनगर, रफीगंज स्थित बैरक शामिल हैं। इनमें आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। एक करोड़ रुपये फर्नीचर पर खर्च किए जाएंगे। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी वीएन मिश्र ने बताया कि पीडीडीयू जंक्शन पर ट्रेन स्कार्ट पार्टी के लिए 30 बेड के बैरक निर्माण को स्थान चयन कर लिया गया है। इसका प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति को भेजा जाएगा।
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आरपीएफ और आरपीएसएफ बैरकों में वह सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, जिनकी दरकार है। रेलवे सुरक्षा बल को आधुनिक बनाने के साथ ही उनको मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
आशीष मिश्र,
वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त