बदहाल है क्वारंटाइन सेंटर, न बेड न बिस्तर
कोरोना वायरस से बचाव व रोकथाम के लिए दूसरे प्रदेशों से लाए लोगों को प्रशासन के आदेश पर जिले के विभिन्न जगहों पर क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। प्रशासन की तरफ से निगरानी के साथ
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : कोरोना वायरस से बचाव व रोकथाम के लिए दूसरे प्रदेशों से लाए लोगों को प्रशासन के आदेश पर जिले के विभिन्न जगहों पर क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। प्रशासन की तरफ से निगरानी के साथ सेंटरों में मुफ्त भोजन व अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं लेकिन प्रशासनिक दावे के इतर कई सेंटरों में लोग जैसे-तैसे रह रहे हैं। स्थिति यह है कि बेड बिस्तर तक के लिए मोहताज हैं। जमीन पर सोकर रात गुजारनी पड़ रही है। सुविधाएं बहाल नहीं होने से वहां रहने वालों को परेशानी भी होती है।
लॉकडाउन की वजह से अन्य प्रांतों में काम करने वाले लोग अपने परिजनों के साथ घर लौट रहे हैं। कुछ दिनों पहले जनपद में सात कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। इस कारण बाहर से आने वाले लोगों को जगह जगह क्वारंटाइन सेंटर बनाकर 14 दिनों तक के लिए रखा जा रहा है। इन सेंटरों में दुर्व्यवस्थाओं का बोलबाला यह है कि 14 दिन तो छोड़िए, एक दिन काटना भी काफी मुश्किल है। कई लोग तो जागते ही रात गुजारते देते हैं तो कुछ जमीन पर सोकर। नगर के चंधासी स्थित विक्रम सिंह कन्या महाविद्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में भी बाहर से आए लोगों को रखा गया है। यहां के लोगों का आरोप है कि सुविधाओं के नाम पर उन्हें कुछ नहीं दिया जा रहा है। गर्भवती महिला को होम क्वारंटाइन करने की तैयारी
विक्रम सिंह कन्या महाविद्यालय में गर्भवती महिला अपने छोटे बच्चे के साथ रह रही है। महिला ने अपना गांव लोहरा बताया है। अधिकारी लोहरा ग्राम प्रधान से बात कर महिला को उसके गांव के प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटाइन की तैयारी में लगे हैं। ताकि महिला अपने परिजनों के पास रह सके।
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दो सौ गद्दा व तकिया उपलब्ध, खाने की भी है व्यवस्था
सेंटर में दो सौ गद्दा व तकिया उपलब्ध हैं। लोगों का आरोप निराधार है। सेंटर में हर व्यवस्था दुरुस्त है ताकि लोगों को परेशानी न हो। कई लोग घर जाने की जिद कर रहे हैं, इसलिए तरह तरह की बहानेबाजी कर रहे हैं। खाने की भी भरपूर व्यवस्था है।
लालता प्रसाद, तहसीलदार, पीडीडीयू नगर तहसील