मतदान कार्मिकों को पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी से परहेज
मतदान कार्मिक पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी करने से परहेज कर रहे हैं। खासकर महिला कार्मिक पीठासीन के स्थान पर प्रथम मतदान अधिकारी बनाने की सिफारिश कर रही हैं। ताकि मतदान को लेकर जवाबदेही न रहे। हालांकि जिला प्रशासन पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा करने व सखी बूथों पर ड्यूटी लगाने का भरोसा दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चंदौली : मतदान कार्मिक पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी करने से परहेज कर रहे हैं। खासकर महिला कार्मिक पीठासीन के स्थान पर प्रथम मतदान अधिकारी बनाने की सिफारिश कर रही हैं। ताकि मतदान को लेकर जवाबदेही न रहे। हालांकि जिला प्रशासन पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा करने व सखी बूथों पर ड्यूटी लगाने का भरोसा दे रहा है।
मतदान कार्मिक चुनाव ड्यूटी से निजात पाने की जुगत में लगे हैं। पहले चरण के डाटा रेंडमाइजेशन के बाद पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी निर्धारित हो चुकी है। मतदान कार्मिक अब पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी से मुक्त होने में लगे हैं। महिला मतदान कार्मिक जवाबदेही से बचने को पीठासीन की ड्यूटी से मुक्त होना चाहती हैं। प्रथम मतदान अधिकारी बनाने को मतदान कार्मिक प्रभारी के यहां सिफारिश लगा रही हैं। हालांकि जिला प्रशासन पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा करने व प्रत्येक विधानसभा के नगरीय क्षेत्रों में बनने वाले सखी बूथों पर महिलाओं की ड्यूटी लगाने का भरोसा दिला रहा है।
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वर्जन :
पीठासीन व माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटी से मुक्त होने को मतदान कार्मिकों की ओर से प्रार्थना पत्र दिए गए हैं। हालांकि सभी मतदान कार्मिकों को सामान्य निर्वाचन व ईवीएम का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। ताकि मतदान के दौरान किसी प्रकार की समस्या न आने पाए।
डा. एके श्रीवास्तव, कार्मिक प्रभारी