तापमान में गिरावट से आलू की फसल में झुलसा रोग की संभावना
जागरण संवाददाता चंदौली धान के कटोरे में पिछले दिनों हुई बारिश से आलू मटर सरसों क
जागरण संवाददाता, चंदौली : धान के कटोरे में पिछले दिनों हुई बारिश से आलू, मटर, सरसों की फसल में फफूंद जनित रोग की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में किसानों को फसल को रोग से बचाने के लिए उपाय करने होंगे। जिला कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल ने बताया कि बारिश से आद्रता में वृद्धि एवं तापमान में गिरावट के कारण आलू की अगैती, पिछैती फसल में झुलसा, मटर में मिल्ड्यू व सरसों में अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा रोग की संभावना बढ़ गई है। रोग से फसल को नुकसान पहुंच सकता है।
किसान आलू में झुलसा रोग के नियंत्रण को जिनेब 75 फीसदी, डब्लूपी दो किलोग्राम अथवा कापर आक्सीक्लोराइड 50 फीसदी डब्लूपी की 25 किलोग्राम की मात्रा प्रति हेक्टेअर की दर से लगभग पांच सौ से छह सौ लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। मटर की फसल में मिल्ड्यू रोग के नियंत्रण के लिए जिनेब 75 फीसदी, डब्लूपी दो किलोग्राम अथवा कापर आक्सीक्लोराइड 50 फीसदी डब्लूपी की 3 किलोग्राम की मात्रा प्रति हेक्टेअर की दर से लगभग पांच सौ से छह सौ लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। सरसों में अल्टनेरिया पत्ती धब्बा रेाग के नियंत्रण के लिए जिनेब 75 फीसदी, डब्लूपी दो किलोग्राम की मात्रा प्रति हेक्टेअर की दर से लगभग छह सौ से साढ़े सात सौ लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। इससे रोग पर नियंत्रण होगा। साथ ही फसल की बराबर निगरानी करते रहें। कहा कि किसान अधिक जानकारी के लिए 7905096254 पर संपर्क कर सकते हैं।