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पुलिस बजाती रही हूटर, चोर उखाड़ ले गए लोहे का गर्डर

- कर्मनाशा नदी के पुल पर बड़े वाहनों के आवागमन पर लगाया गया है प्रतिबंध - हादसे रोकने क

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 08:52 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 11:14 PM (IST)
पुलिस बजाती रही हूटर, चोर उखाड़ ले गए लोहे का गर्डर
पुलिस बजाती रही हूटर, चोर उखाड़ ले गए लोहे का गर्डर

जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली) : पुलिस की लचर कार्यप्रणाली से चोर, उचक्कों की पौ बारह है। शुक्रवार की रात शहाबगंज थाना से महज पांच सौ मीटर दूर चोर कर्मनाशा नदी के पुल पर लगा लोहे का गाटर

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उखाड़ ले गए। जबकि रात में पुलिस हूटर बजाते हुए गश्त कर रही थी। लेकिन, पुलिस के इकबाल का चोरों को तनिक भी भय नहीं रहा। आसपास के लोगों ने लोहे का गाडर गायब देख पुलिस को सूचना दी।

कर्मनाशा नदी पर ब्लाक मुख्यालय के निकट वर्षों पुराना पुल मौजूदा समय में जर्जर हो गया है। इसके ²ष्टिगत लोनिवि ने बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके लिए पुल के दोनों ओर लोहे के गाडर लगवाए गए हैं। ताकि बड़े वाहन पुल से आ-जा न सकें। जर्जर पुल पर बड़े वाहनों का आगमन न होने हादसा नहीं होगा। चोरों ने दोनों ओर से एक-एक गाडर पर ही हाथ साफ कर दिया। अवरोधक हटने के बाद से बड़े वाहन पुल पर दौड़ने लगे। इससे हादसे की भी प्रबल संभावना बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी संपत्ति को भी चोर नहीं बख्श रहे हैं। आए दिन हो रही चोरी की घटनाओं से लोगों में भय है। एसओ अवनीश राय ने मामले से अनभिज्ञता जताई, जबकि लोनिवि के एक्सईएन मिथिलेश कुमार ने कहा कि सुरक्षा का दायित्व पुलिस का है। लोहे का गाडर लगाने से पूर्व थाना को सूचना दी गई थी।

ऋण जमा न करना भवन स्वामी को पड़ गया महंगा

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : बैंक आफ बड़ौदा से लिया ऋण जमा नहीं करना भवन स्वामी को भारी पड़ गया। न्यायालय के आदेश पर शनिवार को तहसीलदार फूलचंद यादव बैंक अधिकारियों संग बैंक में बंधक मकान में पहुंचे और मकान खाली करा दिया। उसे बैंक को हस्तगत कर दिया। भारी भरकम पुलिस बल के मौजूद होने से मुहल्ले में खलबली मची रही।

सहदुल्लापुर मोहल्ले के एक व्यक्ति ने बाब की स्थानीय शाखा से ऋण लिया था। गारंटर के तौर पर भवन व कुछ भूमि के कागजात बैंक में बंधक किया था। लंबे समय से ऋण जमा न होने पर बैंक की नोटिस और उसके बाद तहसील से आरसी जारी हो गई। इसके बाद भी ऋण जमा नहीं हुआ, न्यायालय के आदेश बंधक भूमि व भवन की नीलामी कर दी गई। नीलामी के बाद भी भूमि व भवन पर कब्जा नहीं हो पाया। इस दौरान व्यक्ति व बैंक ने उच्च न्यायालय की शरण लिया। न्यायालय के आदेश के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया। शनिवार की सुबह तहसीलदार बैंक अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। राजस्व कर्मियों से भूमि की पैमाइश कराकर चकिया दीनदयाल नगर मुख्य मार्ग पर स्थित मकान को खाली करा कर बैंक ऑफ बड़ौदा के प्राधिकृत अधिकारी को हस्तगत कर दिया।


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