बंदरों के आतंक से घरों में कैद हो जा रहे लोग
नौगढ़ के जंगलों से आबादी क्षेत्रों में आए बंदरों ने ऐसा उत्पात मचा रखा है कि लोग परेशान हो गए हैं। बंदरों के झुंड को देखकर जो जहां रहता है वहीं छिप जाने की जुगत में लग जाता है। बंदरों के झुंड ने लोगों के घरों के आसपास डेरा जमा लिया है। रेलवे कालोनियों में भी इनके आतंक से हर कोई परेशान हो गया है। बंदरों के आतंक से परेशान लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं।
जासं पीडीडीयू नगर (चंदौली) : नौगढ़ के जंगलों से आबादी क्षेत्रों में आए बंदरों ने ऐसा उत्पात मचा रखा है कि लोग परेशान हो गए हैं। बंदरों के झुंड को देखकर जो जहां रहता है वहीं छिपने की जुगत में लग जाता है। बंदरों ने घरों के आसपास डेरा जमा लिया है। रेलवे कालोनियों में इनके आतंक से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं।
विगत दिनों वाराणसी से बंदरों को पकड़कर नौगढ़ के जंगलों में छोड़ा गया था। नौगढ़ के जंगल से ये बंदर नगर में आतंक मचाने लगे हैं। भोजन की तलाश में बंदर कब किस पर हमला बोल देंगे, कोई नहीं जानता। बंदरों के आतंक से लोगों का छतों पर आना मुश्किल हो गया है। बंदर इतने बेखौफ हैं कि छत से सीढ़ी से उतरकर रसोई तक पहुंच जाते हैं। लोग पूरे समय अपने घर की खिड़की दरवाजे बंद करने को विवश हैं। ठंड के मौसम में धूप होने पर लोग छत पर जाने से कतराने लगे हैं। लोगों का कहना कि अब तो पाश इलाके भी बंदरों के आतंक से मुक्त नहीं हैं। लोग अपने बच्चों को घर में ही रखने को विवश हैं। बंदर टंकियों की टोटियों को क्षति पहुंचा रहे हैं। नगरवासियों का कहना अधिकारियों को बंदरों को पकड़कर दूर छोड़ देना चाहिए।