धान क्रय केंद्रों पर ताला, किसान परेशान
- नवंबर माह के 22 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं शुरू हुई खरीद - ज्यादती के सामने लाचार पड़
- नवंबर माह के 22 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं शुरू हुई खरीद
- ज्यादती के सामने लाचार पड़े अन्नदाता, बिचौलिए काट रहे मलाई
जागरण संवाददाता, कमालपुर (चंदौली) : किसानों की परेशानी समाप्त होने का नाम का नाम ही नहीं ले रही है। पहले बीज, पानी, खाद के अभाव में फसल तैयार करने की चुनौती अब उपज बेचने को लेकर मुश्किलें। किसान आखिर करें भी तो क्या, कोई सुनने वाला नहीं है। धानापुर विकासखंड में किसानों को दुश्वारियों से गुजरना पड़ रहा है। किसानों ने धान की फसल तैयार तो कर ली पर अब वे उसे बेचने के लिए परेशान हैं। सरकारी धान क्रय केंद्रों पर खरीद न आरंभ किए जाने से वे बिचौलियों के हाथों अपनी उपज बेचने को विवश हैं। उन्हें पेट भरने की ¨चता सता रही है। अगले फसल की तैयारी भी करनी है। किसानों की इस स्थिति का बिचौलिए जमकर फायदा उठा रहे हैं। विकास खंड के सहकारी समिति अवहीँ, डवरिया, जनौली, डोडिया, डिग्घी सहित अन्य स्थानों पर पीसीएफ द्वारा धान क्रय केंद्र बनाया गया है। शासन ने कहा था कि एक नवंबर से किसी भी कीमत पर इन क्रय केंद्रों पर धान की खरीद आरंभ कर दी जाएगी। 22 दिन बीत जाने के बाद भी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद शुरू नही हो पाई है। किसान अपनी उपज साहूकारों को औने- पौने दाम पर बेचने को विवश हैं। किसानों का कहना है कि धान की खरीद के लिए खोले गए क्रय केंद्र शोपीस बनकर रह गए हैं। क्रय केंद्रों पर किसान प्रतिदिन आवाजाही कर रहे है। उन्हें उम्मीद है कि शासन की मंशा के अनुसार धान की खरीद शुरू कर दी जाएगी। क्रय केंद्रों के प्रभारी बोर्ड लगाकर केंद्रों से गायब हैं। सरकार केवल धान खरीद केंद्र खोलकर किसानों को लालीपाप दे रही है। आज तक धान खरीद की बोहनी नही हो पाई है। पीसीएफ के जिला प्रबंधक डीसी भारती ने कहा कि धान खरीद जल्द शुरू होगी।