अब लघु उद्योग को किस्तों में मिलेगा बिजली कनेक्शन
ग्रामीण क्षेत्रों में लघु व कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने को शासन ने विद्युत कनेक्शनों में सहूलियत देने का फैसला किया है। घरेलू के अलावा छोटे उद्योग लगाने वाले अब किस्तों पर कनेक्शन ले सकते हैं। पांच किलोवाट तक के कनेक्शन पर इसका लाभ मिलेगा। अभी तक यह योजना एक दो किलोवाट के कनेक्शन पर लागू थी।
जासं, चकिया (चंदौली) : ग्रामीण क्षेत्रों में लघु व कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने को शासन ने विद्युत कनेक्शनों में सहूलियत देने का फैसला किया है। घरेलू के अलावा छोटे उद्योग लगाने वाले अब किस्तों पर कनेक्शन ले सकते हैं। पांच किलोवाट तक के कनेक्शन पर इसका लाभ मिलेगा। अभी तक यह योजना एक, दो किलोवाट के कनेक्शन पर लागू थी। योजना से कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ता ट्यूबवेल, आटा चक्की, स्पेलर, मसाला पिसाई की चक्की आदि छोटे कल, कारखाने लगा सकेंगे। इससे गांवों में ही रोजगार का सृजन होगा। विभाग ने इसके लिए कवायद शुरू कर दिया है।
दरअसल, लघु व कुटीर उद्योग चलाने का मंशा पाले लोग बिजली कनेक्शन और मीटर का एकमुश्त पैसा नहीं जमा कर पाते हैं। इसलिए शासन ने यह योजना शुरू की है। ताकि गांव-गिरांव के लोगों को सस्ते दर पर कनेक्शन मिल सके। देहात में दो किलोवाट तक के घरेलू कनेक्शन को एक निश्चित राशि जमा करने के बाद बाकी की रकम को 16 किस्तों में बिल के साथ अदा करनी होती थी। लेकिन शासन ने इसकी क्षमता में बढ़ोतरी करते हुए पांच किलोवाट तक कर दिया है। जानकारों का मानना है कि छोटे उद्योग लगाने वालों को शुरुआती दौर में राहत मिल सकेगी। उन्हें उद्योग लगाने के दौरान लगने वाली राशि में सहूलियत होगी। असल में तीन का 2817 रुपये, चार का कनेक्शन 3217 व पांच किलोवाट का 7057 रुपये में मिल रहा है। विभाग के मुताबिक, शुरुआती राशि का भुगतान करने के बाद पांच किलोवाट तक का कनेक्शन लेने वालों को किस्तों में पूरी राशि का भुगतान करना होगा। योजना का लाभ शहरियों को भी मिलेगा। एक नजर-
कनेक्शन शुरुआती भुगतान मासिक किस्त एक किलोवाट 80 रुपये 75 रुपये दो किलोवाट 230 रुपये 75 रुपये तीन किलोवाट 305 रुपये 150 रुपये चार किलोवाट 305 रुपये 175 रुपये पांच किलोवाट 1100 रुपये 375 रुपये -----------------
वर्जन..
गांवों में लघु व कुटीर उद्योग स्थापित करने वाले लाभान्वित होंगे। अभी तक एक, दो किलोवाट के कनेक्शन लेने पर योजना के तहत लाभ मिल रहा था। इसे बढ़ाकर पांच किलोवाट तक कर दिया गया है। आवेदन पर जांच कराकर कनेक्शन दिया जाएगा।
एके शुक्ल, अधिशासी अभियंता विद्युत