दूधिया रोशनी से जगमगाएंगे अब ग्रामीणांचल के बाजार
ग्रामीणांचल के बाजारों में अब देररात तक चहल-पहल बनी रहेगी। इसके लिए सरकार ने प्रकाश की व्यवस्था कराने की योजना बनाई है। दूधिया रोशनी(सोलर लाइट)से रात के अंधेरे में बाजार जगमगाएंगे। दरअसल बाजार के तिराहे- चौराहे पर प्रकाश का प्रबंध नहीं होने से शाम ढलते ही
जासं, चकिया (चंदौली) : ग्रामीणांचल के बाजारों में अब देर रात तक चहल-पहल बनी रहेगी। इसके लिए सरकार ने प्रकाश की व्यवस्था कराने की योजना बनाई है। दूधिया रोशनी (सोलर लाइट) से रात के अंधेरे में बाजार जगमगाएंगे। दरअसल, बाजार के तिराहे-चौराहे पर प्रकाश का प्रबंध नहीं होने से शाम ढलते ही सन्नाटा हो जाता है। ऐसे में दुकानदारों को अपनी दुकानें समेटनी पड़ती है। विभाग के मुताबिक, प्रत्येक विकास खंड के दो प्रमुख बाजारों का चयन होगा। इसके लिए सरकार ने बजट में धन जारी किया है।
गांवों के विकास को लेकर चलाई जा रही योजनाओं में सरकार में अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण अंचल के बाजार पर भी ध्यान दिया है। यहां के बाजारों की हालत सुधारने का बंदोबस्त बजट देकर किया गया है। सबसे बड़ी समस्या बाजार में अंधेरा छाने पर कारोबार जल्दी सिमट जाने की है। इसका समाधान दूधिया रोशनी यानी सोलर लाइट से होगा। जिले में 734 ग्राम पंचायतें और नौ विकास खंड हैं। सरकार ने हर विकास खंड के दो प्रमुख बाजारों को चिह्नित कर सोलर लाइट से जगमग करने की मंजूरी दी है। नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत में 18 प्रमुख बाजार रोशनी से जगमग होंगे।
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बीडीओ करेंगे बाजारों का चयन
प्रत्येक बीडीओ को अपने विकास खंड के दो प्रमुख बाजारों का चयन कर पंचायती राज विभाग को सूची देनी होगी। विभाग नेडा से डीपीआर बनाकर शासन को भेजेगा। प्रमुख बाजारों को सोलर लाइट की रोशनी से जगमग करने का काम नेडा करेगा।
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वर्जन..
बाजार को सोलर लाइट से रोशन करने के लिए सरकार ने बजट में धन का प्रावधान किया है। आने वाले वित्तीय वर्ष में यह योजना शुरू होगी। बाजारों का चयन और डीपीआर मार्च तक तैयार कराकर भेज दिया जाएगा।
सरिता सिंह, बीडीओ