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सख्ती का असर नहीं, लेखपालों का धरना जारी

जिला प्रशासन के सख्ती के बाद भी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपालों का धरना बुधवार को तीसरे दिन मुख्यालय के बिछियां स्थित धरनास्थल पर जारी रहा। शासन-प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। चेताया कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 09:27 PM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 06:00 AM (IST)
सख्ती का असर नहीं, लेखपालों का धरना जारी
सख्ती का असर नहीं, लेखपालों का धरना जारी

जासं, चंदौली : जिला प्रशासन के सख्ती के बाद भी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपालों का धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। शासन-प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। चेताया कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

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लेखपालों ने कहा प्रदेश सरकार उनका उत्पीड़न कर रही है। सरकार के साथ कई बार लेखपाल संघ की वार्ता हुई, लेकिन मांगों को पूरा करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा। एसीपी की विसंगतियों को दूर करने, वेतन उच्चीकरण, प्रोन्नति, पेंशन विसंगति, यात्रा भत्ता, लेखपालों का पदनाम राजस्व निरीक्षक करने, सेवा नियमावली में बदलाव, पीएम किसान सम्मान निधि के तहत प्रति खाता लेखपालों को 18 हजार रुपये भत्ता देने समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन सरकार संवेदनहीन बनी हुई है। लेखपालों पर विभागीय कार्यो के साथ ही अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं। पराली जलाने पर प्रतिबंध को जागरूकता, किसान सम्मान निधि, फसल बर्बादी का सर्वे, धान बेचने के लिए आवेदन करने वाले किसानों के खातों का सत्यापन आदि कार्य कराए जा रहे हैं। इसके चलते विभागीय काम लंबित हो रहे हैं। अतिरिक्त भत्ता आदि नहीं मिलने से आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है। धरनास्थल पर वीरेंद्र यादव, दिलीप गोंड, बेचूलाल यादव, सूर्यप्रकाश, संदीप मौर्या, रामाश्रय आदि मौजूद थे।


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