पराली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे सपा के राष्ट्रीय सचिव
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मनोज सिंह बुधवार की दोपहर ट्रैक्टर ट्राली पर पराली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यह देख मौके पर किसानों की भीड़ जुट गई। प्रभारी अधिकारी मनोज प्रकाश को दस सूत्रीय पत्रक सौंप पराली के निस्तारण की मांग की। आरोप लगाया कि प्रशासन पराली के नाम पर किसानों का उत्पीड़न कर रहा है। कहा किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लिया जाए। कहा जनपद धान
जासं, चंदौली : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज कुमार सिंह बुधवार की दोपहर ट्रैक्टर ट्राली से पराली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यह देख मौके पर किसानों की भीड़ जुट गई। उधर प्रशासनिक हल्के में खलबली। कहा किसानों के खिलाफ दर्ज किए मुकदमों को वापस लिया जाए। जनपद धान का कटोरा है। यहां के लोगों की जीवनधारा खेती ही है। धान की फसल खेतों में कटने को तैयार है, लेकिन पराली को लेकर पुलिस व जिला प्रशासन के तानाशाही रवैये के कारण किसानों में दहशत का माहौल, उनका उत्पीड़न किया जा रहा। किसानों संग प्रभारी अधिकारी मनोज प्रकाश को दस सूत्रीय मांगपत्र सौंप पराली निस्तारण की मांग की।
कहा पराली का निस्तारण न होने से गेहूं की खेती पिछड़ रही है, लेकिन प्रशासन को किसानों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। सत्ता में बैठे लोग केवल किसानों के साथ राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। खेत में अपनी खड़ी धान की फसल को काटने को लेकर किसान भयभीत हैं। उन्हें डर है कि कहीं उनके ऊपर मुकदमा न दर्ज करा दिया जाए। मांग की पराली की आड़ में प्रशासन किसानों का उत्पीड़न बंद करे। कंबाइन मशीन से धान कटाई की अनुमति देने के साथ किसानों पर दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाए। पराली निस्तारण में जिला प्रशासन किसानों की मदद करे। सुझाव दिया कि पराली को ईट भट्ठों व कल कारखानों में ईधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। धान क्रय केंद्रों का संचालन सक्रियता से किया जाए, ताकि धान की खरीद सुनिश्चित की जा सके। किसान सम्मान निधि से वंचित किसानों को लाभान्वित किया जाए। किसान अंगद यादव, अखिलेश सिंह सहित कई किसान उपस्थित थे। कलेक्ट्रेट परिसर में छोड़ी पराली
पूर्व विधायक ट्रैक्टर ट्राली में भरी पराली कलेक्ट्रेट परिसर में गिरा दी। कहा जिला प्रशासन इस पराली का निस्तारण कराकर दिखाए। किसानों को नसीहत देने से कुछ नहीं होगा, इसका निस्तारण करके प्रशासन किसानों को प्रेरित करे। एक ट्रैक्टर ट्राली पराली का प्रशासन यदि निस्तारण नहीं कर सकता तो किसान अपनी पराली का निस्तारण कैसे करेंगे। पराली गिराने के बाद कलेक्ट्रेट में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।