ट्रेनों के परिचालन में मुगलसराय मंडल सर्वश्रेष्ठ
यात्री सुविधाओं से लगायत उत्पादन में रोजाना नए कीर्तिमान स्थापित करने में मुगलसराय मंडल हमेशा आगे रहता है। अब मंडल ने ट्रेनों की लेटलतीफी पर अंकुश लगाने की पहल की है ताकि यात्रियों को लेटलतीफी का दंश न झेलना पड़ सके। इसी क्रम में मेल व पैसेंजर ट्रेनों के समय पालन में मंडल ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : यात्री सुविधाओं व उत्पादन में रोजाना नए कीर्तिमान स्थापित करने में मुगलसराय मंडल हमेशा आगे रहता है। अब मंडल ने ट्रेनों की लेटलतीफी पर अंकुश लगाने की पहल की है ताकि यात्रियों को इसका दंश न झेलना पड़े। इसी क्रम में मेल व पैसेंजर ट्रेनों के समय पालन में मंडल ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। मंडल ने अपना ही पिछला रिकार्ड तोड़ते हुए मेल एक्सप्रेस 86.03 फीसद व पैसेंजर 74.47 फीसद के साथ 17 जुलाई को नए लक्ष्य को प्राप्त किया गया है। जबकि पिछला समय पालन इसी वर्ष के आठ जून को 72.73 फीसद से हासिल किया गया था। पूर्व मध्य रेल हाजीपुर जोन ने इस आंकड़े को सोशल मीडिया पर साझा किया है।
दरअसल अक्सर ट्रेनों के विलंब से चलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। ठंड के मौसम में कोहरे की मार से ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है या कहीं पर रेलवे ट्रैक पर कार्य होने के चलते ट्रेनों के विलंब से चलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इसके अलावा बारिश के मौसम में रेल ट्रैकों पर जल जमाव हो जाने के कारण ट्रेनों की धीमी गति से चलाया जाता है। ऐसी स्थिति में ट्रेनें घंटों विलंब से जंक्शन पर पहुंचती हैं। ट्रेनों के विलंब से चलने के कारण यात्रियों के इंतजार का सब्र भी जवाब देने लगता है। ट्रेनों की सही स्थान जानने के लिए यात्री पूछताछ काउंटर पर उमड़ जाते हैं या फिर अधिकारियों से संपर्क करने लगते हैं। यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए रेलवे ने इस पर विराम लगाने की पहल शुरू की। अब अधिकारियों की यह पहल भी रंग लाने लगी है। यही वजह है कि मुगलसराय मंडल ट्रेनों के समय से परिचालन में अपना ही रिकार्ड तोड़ते हुए नया रिकार्ड बनाने में लगा हुआ है। ठंड में मौसम में होती है अधिक परेशानी
ट्रेनों की रफ्तार ठंड के मौसम में अधिक कम हो जाती है। कोहरे की वजह से ट्रेनों के पहिए थम जाते हैं। इस कारण यात्री ठिठुरते हुए जंक्शन पर ट्रेनों का इंतजार करने के लिए विवश हो जाते हैं। एक तो ठंड और ऊपर से ट्रेनों के लेट से आना, यात्रियों के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न कर देती है।