श्रमदान से दयालपुर-महेवा माइनर की सफाई
¨सचाई इंजीनियरों की अनदेखी से नाराज किसान दयालपुर-महेवा माइनर की साफ-सफाई खुद से करने उतर पड़े। किसान सरकारी तंत्र के भरोसे अपने अरमान को बर्बाद होने देना नहीं चाहते हैं। अन्नदाताओं की नाराजगी सत्ता ही नहीं विपक्षियों के प्रति भी हद दर्ज की भरी है। जानबूझकर खेती बर्बाद करने का ठीकरा अधिकारियों के सिर भी फोड़ा।
जासं, ताराजीवनपुर(चंदौली) : ¨सचाई विभाग के इंजीनियरों की अनदेखी से नाराज किसान दयालपुर-महेवा माइनर की साफ-सफाई खुद से करने उतर पड़े। किसान सरकारी तंत्र के भरोसे अपने अरमान को बर्बाद होने देना नहीं चाहते हैं। अन्नदाताओं की नाराजगी सत्ता ही नहीं विपक्षियों के प्रति भी दर्द भरी है। उन्होंने अधिकारियों पर ठिकरा फोड़ते हुए आरोप लगाया कि खेती को जानबूझकर बर्बाद किया जा रहा है। किसानों ने सरकार की सोच को भी आईना दिखाने का काम किया, जिसमें सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए अपना संकल्प गाहे बगाहे दोहराती रहती है।
किसानों की हितैषी कही जाने वाली भाजपा सरकार में किसान खुद अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। क्षेत्र के कोरी, सदलपुरा, दयालपुर, धमिना, जीवनपुर, तारापुर सहित एक दर्जन गांवों के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने वाली दयालपुर-महेवा माइनर झाड़-झंखाड़ से पट गई थी। कई बार विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से सफाई कराने को कहा, लेकिन सफाई की बात पर टालमटोल कर दी गई। इससे नाराज किसानों ने खुद से सफाई करने का बीड़ा उठा लिया। किसान खुद फावड़ा व खांची लेकर माइनर की साफ सफाई में जुट गए। इस दौरान सुरेंद्र यादव, संदीप यादव, राजनाथ, सिपाही, संतोष यादव, दिनेश पासवान निर्मल, केशव यादव आदि उपस्थित थे।