मिनी महानगर में अंधाधुंध बिजली कटौती
जागरण संवाददाता, चंदौली : मिनी महानगर में विद्युत उपभोक्ताओं पर कटौती की बिजली गिरा रहे
जागरण संवाददाता, चंदौली : मिनी महानगर में विद्युत उपभोक्ताओं पर कटौती की बिजली गिरा रहे इंजीनियर। अंधाधुंध कटौती से लोगों को न दिन में चैन मिल पा रहा और न ही रात में आराम। प्रत्येक आधा घंटे पर बिजली गुल होने से इंवर्टर भी जवाब देने लगे हैं। योगी राज में बिजली का बदलाव जनता महसूस कर रही थी, जिसमें इंजीनियर रोड़ा अटका रहे हैं। इसमें वर्ष 2019 में भाजपा की चुनावी राह मुश्किल हो सकती है। दिलचस्प है कि जनप्रतिनिधि भी खामोश हैं।
बमुश्किल 15 घंटे मिल रही बिजली
मुगलसराय को जिले का हर्ट समझा जाता है। ऐसे में यहां बुनियादी जरूरतों को लेकर सभी सरकारें गंभीर रहती थीं। हालांकि, बिजली को लेकर हमेशा ही यहां बखेड़ा हुआ। योगी सरकार में बिजली की आपूर्ति लोगों को पटरी पर दौड़ती नजर आ रही थी। हाल के एक पखवाड़े से बिजली की अंधाधुंध कटौती की जा रही है। सरकार 24 घंटे आपूर्ति का दावा कर रही, जबकि उपभोक्ताओं का बमुश्किल 15 घंटे आपूर्ति मिल पा रही है। चरमराई आपूर्ति पर लोकल फाल्ट का तड़का
हाल के दिनों में विद्युत आपूर्ति चरमराई है। ऐसे में लोकल फाल्ट का तड़का लग रहा है। बुधवार रात में करीब 10 बजे हाईटेंशन लाइन टूटने से बहुत देर तक आपूर्ति बाधित रही। कई इलाकों में बिजली रही तो बहुतेरे अंधेरे में डूबे रहे। देर रात आपूर्ति सुचारु हुई तो तड़के गुल हो गई। उपभोक्ताओं को अघोषित कटौती होने से ज्यादा परेशानी हो रही है। मसलन, एक कटौती का एक समय निर्धारित हो तो उपभोक्ता पहले से अलर्ट रहें। ज्यादा राजस्व देने का झेल रहे दर्द
हाल के दिनों में मुगलसराय का नाम बिजली विभाग में छा गया था। जिसकी जड़ में मुगलसराय डिवीजन से भारी-भरकम राजस्व वसूली रही थी। इंजीनियरों को इसके लिए सम्मानित भी किया गया था। उपभोक्ताओं को भी अच्छा लगा कि चलो आपूर्ति मिल रही तो बिल तो देना ही चाहिए। उपभोक्ता अब ठगा सा महसूस कर रहे हैं। मसलन, राजस्व जमा करने में जज्बा दिखाने के बावजूद इंजीनियर उनपर बिजली गिरा रहे हैं।