वामपंथियों ने निकाला जुलूस, अनिश्चित कालीन धरना
बैराठ फार्म की भूमि का मुद्दा फिर गरमा गया है। सोमवार को वामपंथी दलों ने भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के बैनर तले सैकड़ों गरीब वनवासी तहसील मुख्यालय पर पहुंच गए। नगर में जुलूस निकाल गांधी पार्क में धरना सभा कर शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला और अनिश्चित कालीन धरना प्रारंभ कर दिया।
जासं, चकिया (चंदौली) : बैराठ फार्म की भूमि का मुद्दा फिर गरमा गया है। सोमवार को वामपंथी दलों ने भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के बैनर तले सैकड़ों गरीब, वनवासी तहसील मुख्यालय पर पहुंच गए। नगर में जुलूस निकाल गांधी पार्क में धरना सभा कर शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला और अनिश्चित कालीन धरना प्रारंभ कर दिया। धरना सभा के पूर्व सैकड़ों की तादाद में पुरुष व महिलाओं ने लाल झंडे के साथ नगर में जुलूस निकाला।
लालचंद सिंह ने कहा केंद्र व प्रदेश सरकार का रवैया मजदूर व गरीब विरोधी है। जरूरतमंदों के नाम पर अपात्रों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सरकारी मुलाजिम पहुंचा रहे हैं। मूसाखाड़ बांध से विस्थापित किसानों को मालिकाना हक अभी तक नहीं मिल सका। बैराठ की भूमि का मामला बेवजह कोर्ट में लटकाया गया है। प्रशासन की ओर से मामले में पैरवी नहीं हो रही है। वनाधिकार कानून का लाभ वर्षों से वनांचल में काबिज वनवासियों को नहीं मिल पाया। आरोप लगाया वन विभाग व प्रशासन उन्हें उजाड़ रहा है। बेघर वनवासी कुनबे को लेकर भटकने को मजबूर हैं। शासन-प्रशासन ऐसे लोगों को न्याय दिलाने के लिए गंभीर नहीं है। रामदुलारे वनवासी, मदन राजभर, अवधू राजभर, धनेसरा, कंचन, फूला, राजकुमार, रामवृक्ष सहित तमाम कार्यकर्ता शामिल थे। अध्यक्षता रामअचल राजभर व संचालन शंभूनाथ यादव ने किया।