बच्चों के बौद्धिक क्षमता में वृद्धि को शैक्षिक उन्नयन जरूरी
शिकारगंज व सिकंदरपुर न्याय पंचायत संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की। शैक्षिक स्तर को बढ़ाने पर जोर दिया गया। कार्यशाला की शुरुआत खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर आजाद ने की। बीईओ ने कहा बच्चों में बौ
जासं, चकिया (चंदौली): शिकारगंज व सिकंदरपुर न्याय पंचायत संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की। शैक्षिक स्तर को बढ़ाने पर जोर दिया गया। कार्यशाला की शुरुआत खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर आजाद ने की।
बीईओ ने कहा बच्चों में बौद्धिक क्षमता की वृद्धि के लिए शैक्षिक उन्नयन बेहद जरूरी है। विद्यालयों पर उपलब्ध संसाधनों द्वारा ही बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास करना होगा। शिक्षक अपने दायित्वों का बेहतर निर्वहन कर रहे हैं लेकिन एक अभियान के तहत हमें अभिभावकों से संपर्क कर न केवल बच्चों की संख्या बढ़ानी है, बल्कि उन्हें ऐसी शिक्षा भी देनी है जो औरों के लिए उदाहरण बन सके। तपसा जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा विद्यालय देवालय की भांति ही पूजनीय होते हैं क्योंकि वहां देश के भविष्य का निर्माण होता है। शैक्षिक मूल्यों के संवर्धन को प्रत्येक शिक्षक को अपना शत-प्रतिशत योगदान करना होगा। कहा बेहतर अध्यापन से शिक्षक को जो आत्मसंतुष्टि होती है, वह अन्य कार्यों से नहीं मिलती। स्टर के तहत ध्वनि चेतना, तुकांत शब्दों, तुकबंदी कविताओं व सरल व्याकरण के गुर शिक्षकों ने सीखा। नवाचार के माध्यम पठन-पाठन को भी प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षक रीता पांडेय, राजीव सिंह, इमरान अली के अलावा संकुल प्रभारी सुनील पटेल, श्याम बिहारी सिंह, जितेंद्र तिवारी, विनय गुप्ता, अनिल यादव आदि शिक्षक उपस्थित थे।
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