शिशु की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा
शिशु की मौत से गुस्साए पुरवा बरठा गांव के एक परिवार ने सोमवार को शिशु व महिला ¨वग अस्पताल में जमकर हंगामा किया। आरोप लगाया चिकित्सकों की लापरवाही से उनके शिशु की मौत हो गई। किसी तरह प्रसूता की जान बच गई अन्यथा अनहोनी हो सकती थी। हंगामा कर रहे लोगों को देकर उक्त गांव के कुछ और लोग आ गए। स्थिति बिगड़ते देख अस्पताल के सीएमएस डा. केसी ¨सह ने काफी समझाने का प्रयास किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी। तब जाकर परिजन शांत हुए।
जागरण संवाददाता, चंदौली : शिशु की मौत से गुस्साए पुरवा बरठा गांव के एक परिवार ने सोमवार को शिशु व महिला ¨वग अस्पताल में जमकर हंगामा किया। आरोप लगाया चिकित्सकों की लापरवाही से उनके शिशु की मौत हो गई। किसी तरह प्रसूता की जान बच गई अन्यथा अनहोनी हो सकती थी। हंगामा कर रहे लोगों को देखकर उक्त गांव के कुछ और लोग आ गए। स्थिति बिगड़ते देख अस्पताल के सीएमएस डा. केसी ¨सह ने काफी समझाने का प्रयास किया। आश्वस्त किया कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी। तब जाकर परिजन शांत हुए।
17 अक्टूबर को उक्त गांव की प्रसूता पूजा ¨सह अस्पताल में भर्ती हुई। चिकित्सकों ने आपरेशन कर प्रसव करा दिया लेकिन शिशु की हालत गंभीर होने पर उसे वाराणसी रेफर कर दिया। इलाज के दौरान दो नवंबर को शिशु की मौत हो गई। परिवार के लोग शिशु की मौत से सदमे थे लेकिन सोमवार को अस्पताल पर आ धमके। उनके साथ कुछ ग्रामीण भी थे। उन्होंने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। बोले प्रसूता यहां भर्ती की गई तो एकदम ठीक थी, चिकित्सक ने आश्वस्त भी किया था कि सामान्य प्रसव होगा। लेकिन अचानक वे आपरेशन की बात करने लगे। आपरेशन किया भी तो इतनी लापरवाही की गई कि शिशु के फेफड़े में खून जमा हो गया। शिशु की हालत गंभीर होने पर तत्काल उसे रेफर कर दिया। कहा आपरेशन में घोर लापरवाही बरती गई। आपरेशन के दौरान शिशु के फेफड़े में खून कैसे आ सकता है। यह चिकित्सक बता नहीं रहे बल्कि इधर-उधर की बात करके उन्हें चुप रहने का दवाब बना रहे हैं। सीएमएस ने कहा वे लिखित शिकायत करें, इसकी गहनता से जांच होगी और कार्रवाई भी की जाएगी।