इमरजेंसी ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सकों की आदत में आया सुधार
दैनिक जागरण की खबर रविवार को न हों बीमार वरना पड़ जाएंगे लाचार .. खबर का संज्ञान ले मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेश मिश्र ने मंगलवार की देर रात स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात अधिकांश चिकित्सक व स्टाफ नर्सों आवासों से बुलाना पड़ा।
जागरण संवाददाता, चंदौली : दैनिक जागरण की खबर रविवार को न हों बीमार वरना पड़ जाएंगे लाचार .. खबर का संज्ञान ले मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेश मिश्र ने मंगलवार की देर रात स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात अधिकांश चिकित्सक व स्टाफ नर्स ड्यूटी पर मिले तो कुछ को बुलाना भी पड़ा। गंदगी ने जरूर उलझने बढ़ाईं। चंदौली पीएचसी में सफाईकर्मी बुलवाकर पोछा लगवाया। प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिया कि दोबारा कोई कमी मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी यहां तक अतिरिक्त पीएचसी में भी सातों दिन 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं चालू रहती है। रोस्टर मुताबिक कागजों में ड्यूटी रहती है लेकिन अधिकांश केंद्रों में चिकित्सक गोल रहते हैं। 17 फरवरी रविवार को दैनिक जागरण टीम ने आठ स्वास्थ्य केंद्रों की पड़ताल की। चार केंद्रों पर सुबह नौ बजे तक ताला लटका था। खबर प्रकाशित होते ही स्वास्थ्य प्रशासन में हलचल बढ़ी तो हालात पटरी पर लौटे। सीएमओ रात्रि नौ बजे केंद्रों का जायजा लेने निकले तो देर रात 12 बजे लौटे। उन्होंने बताया कि अधिकांश चिकित्सक ड्यूटी पर मिले। गंदगी की दुश्वारियां दिखीं तो उसे दुरुस्त कराया गया। दवा आदि चेक की, भर्ती प्रसूताओं से दवा और स्टाफ नर्सों के व्यवहार के बाबत पूछताछ की। पीपी सेंटर पीडीडीयू नगर, बरहनी पीएचसी, नियामताबाद, धानापुर सीएचसी को देखते हुए सकलडीहा सीएचसी में आधी रात को पहुंच पाए। स्टाफ नर्स के आवास पर रहने पर नाराजगी जताई। आइंदा शिकायत मिलने पर निलंबन की चेतावनी दी। इमरजेंसी ड्यूटी में कोताही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। यहां चिकित्सक डा. रूपेश कुमार, फार्मासिस्ट संतोष कुमार व वार्ड ब्वाय क्षितिज ¨सह इमरजेंसी ड्यूटी पर मिले। स्टाफ नर्स सारिका सोती पाई गईं। दवा स्टोर में एंटी रैबीज व इमरजेंसी दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए।