यातायात नियमों की अनदेखी कर्मियों को पड़ेगी महंगी
आमजन को यातायात जागरूकता का पाठ पढ़ाने से पूर्व पुलिस व परिवहन विभाग ने नियमों की अनदेखी करने वाले सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती की योजना बनाई है। अभियान चलाकर सरकारी अफसरों-कर्मियों के वाहनों की चेकिग कराई जाएगी।
जागरण संवाददाता, चंदौली : आमजन को यातायात जागरूकता का पाठ पढ़ाने से पूर्व पुलिस व परिवहन विभाग ने नियमों की अनदेखी करने वाले सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती की योजना बनाई है। अभियान चलाकर सरकारी अफसरों-कर्मियों के वाहनों की चेकिग कराई जाएगी। सीट बेल्ट और हेलमेट न लगाने वाले से जुर्माना वसूला जाएगा। जिला प्रशासन का मानना है कि सरकारी कर्मचारियों का व्यवहार परिवर्तन कर आमजन में सकारात्मक संदेश दिया जा सकता है। इससे यातायात नियमों के पालन के लिए लोग स्वत: प्रेरित होंगे।
आए दिन होने वाले सड़क हादसों पर रोक लगाने को सड़क व परिवहन मंत्रालय ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना कई गुना बढ़ा दिया है। हेलमेट व सीट बेल्ट का जुर्माना भरने में ही लोगों की जेब ढीली हो जाएगी। वहीं वाहनों के कागजात व ड्राइविग लाइसेंस न रखने पर भी पांच से 10 हजार तक जुर्माना का प्रावधान किया गया है। ऐसे में वाहन चालकों पर कार्रवाई करने से पूर्व पुलिस व परिवहन विभाग सुधारात्मक रवैया अपना रहा है। कोशिश की जा रही है कि सख्ती के बिना ही लोग खुद यातायात नियमों का पालन करने को प्रतिबद्ध हों। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने पहले सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की जांच का निर्देश दिया है। उन्होंने विभागवार रोस्टर बनाकर हर दिन एक-एक विभागों की जांच करने को कहा है। सबसे पहले कलेक्ट्रेट कर्मचारियों के खिलाफ अभियान चलेगा। इसके बाद विकास भवन, शिक्षा, पंचायती राज, बिजली समेत अन्य विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों के वाहनों की चेकिग होगी। बिना हेलमेट तेल न दें पेट्रोल पंप संचालक
डीएम ने कहा पेट्रोल पंपों पर बैनर लगाकर चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाए। बिना हेलमेट के पहुंचने वाले बाइक सवारों को कदापि तेल न दें। पुलिस, यातायात व परिवहन विभाग की टीम पेट्रोल पंप के आस-पास चेकिग करे।