जनपद का नाम बदला तो अधिवक्ता करेंगे आंदोलन
जासं, चंदौली : सिविल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की बैठक शुक्रवार को कचहरी परिसर में हुई। इसमें जनपद
जासं, चंदौली : सिविल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की बैठक शुक्रवार को कचहरी परिसर में हुई। इसमें जनपद का नाम बदलने के प्रस्ताव को लेकर विरोध जताया गया। अधिवक्ताओं ने कहा जिला प्रशासन व उत्तर प्रदेश सरकार के जन भावना विरोधी प्रस्ताव का वे घोर विरोध करते हैं। यदि जनपद के नाम में परिवर्तन किया गया तो अधिवक्ता आंदोलन को विवश होंगे।
कहा जनपद चंदौली 1997 में अस्तित्व में आया। लगभग 22 वर्ष होने के बाद भी आज तक जिला मुख्यालय पर दिवानी कचहरी का न तो निर्माण हो सका और ना ही शासन द्वारा मूलभूत ढांचा ही खड़ा किया गया। जबकि भाजपा को जनपदवासियों ने सांसद व तीन विधायक दिया है। बावजूद इसके तमाम सुविधाओं से जनपद पिछड़ा हुआ है। कहा जनपद पं कमलापति त्रिपाठी की कर्म भूमि होने के साथ डा. राममनोहर लोहिया के समाजवादी आंदोलन का प्रयोगशाला रहा है। भारत के ऐतिहासिक प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्म भूमि है। ऐसे महापुरूषों जिनका जनता के मानस पर अमिट छाप है, नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जनपद का नाम बदलने के प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की। बैठक में बृजेश सिंह, सुरेंद्र सिंह यादव, विनोद कुमार सिंह, संदीप सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित थे। अध्यक्षता बार अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने किया।