उत्पीड़न व हिसा पर रोक नहीं लगी तो करेंगे आंदोलन
कानून व्यवस्था को लेकर विभिन्न वामपंथी संगठन एक मंच पर आ गए।मंगलवार को भाकपामाकपा माले समेत विभिन्न वामपंथी संगठनों ने एकजुट होकर नगर में जुलूस निकाला और राज्यपाल को संबोधित पत्रक एसडीएम को सौपा।
जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : कानून व्यवस्था को लेकर मंगलवार को विभिन्न वामपंथी संगठन एक मंच पर आ गए। भाकपा, माकपा, माले समेत विभिन्न वामपंथी संगठनों ने एकजुट होकर नगर में जुलूस निकाला और राज्यपाल को संबोधित पत्रक एसडीएम को सौंपा।
कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में हिसा को लेकर सख्त नाराजगी जाहिर किया। आरोप लगाया कि प्रदेश में विकास कार्य ठप हैं।कोरोना वायरस व अन्य समस्याओं की बहानेबाजी कर प्रदेश सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ऐसे में अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है। प्रदेश में आए दिन लूट, डकैती, चोरी, हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं। आमजन से लेकर पत्रकार, व्यवसाई यहां तक कि पुलिस प्रशासन भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। आरोप लगाया कि सरकार की नीतियां जनविरोधी हो गई हैं। सिर्फ कारपोरेट घरानों के लिए ही नीतियां बनाई जा रही हैं। समाज के गरीब तबके, बेसहारा लोगों पर अत्याचार बढ़ रहा है। इससे जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। चेतावनी दी कि यदि हत्या, उत्पीड़न व महंगाई पर रोक नहीं लगाई गई तो पार्टी उग्र आंदोलन को बाध्य होगी। एसडीएम ने पत्रक लेकर धारा 144 का वामपंथी कार्यकर्ताओं को भान कराया। जुलूस में राम अचल यादव, लालचंद सिंह, शंभूनाथ सिंह यादव, अनिल पासवान, विजई राम, शिवनारायण बिद, मुन्नी विश्वकर्मा, लालमनी देवी, कृष्णा देव बियार आदि शामिल थे।