नेताजी ने पुष्प वर्षा कराई तो खाते में जुड़ेंगे ढाई हजार
चुनाव में नेताजी ने अपने ऊपर पुष्प वर्षा कराई तो निर्वाचन व्यय में सीधे ढाई हजार रुपये जुड़ जाएंगे। गुलाब की माला 25 की तो काफी का खर्च 20 रुपये के हिसाब से जोड़ा जाएगा। जिला प्रशासन ने प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों के निर्वाचन व्यय की दरों का निर्धारण कर दिया है। स्टैटिक टीमें प्रचार-प्रसार सभा व रैली कार्यक्रमों पर नजर रखकर प्रत्याशियों के खर्च का आंकलन करेंगी। व्यय प्रेक्षक की संस्तुति के बाद प्रत्याशियों के व्यय खाते में इसे जोड़ दिया जाएगा। वाहन टेंट फर्नीचर नाश्ता भोजन व माला-फूल का अलग-अलग खर्च निर्धारित किया गया है। गजरा का रेट 50 बुके 100 गेंदा की माला 10 प्रोजेक्टर का रोजाना 1500
जासं, चंदौली : चुनाव में नेताजी ने अपने ऊपर पुष्प वर्षा कराई, तो निर्वाचन व्यय में सीधे ढाई हजार रुपये जुड़ जाएंगे। गुलाब की माला 25 की तो काफी का खर्च 20 रुपये के हिसाब से जोड़ा जाएगा। जिला प्रशासन ने प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों के निर्वाचन व्यय की दरों का निर्धारण कर दिया है। स्टैटिक टीमें प्रचार-प्रसार, सभा व रैली कार्यक्रमों पर नजर रखकर प्रत्याशियों के खर्च का आंकलन करेंगी। व्यय प्रेक्षक की संस्तुति के बाद प्रत्याशियों के व्यय खाते में इसे जोड़ दिया जाएगा।
वाहन, टेंट, फर्नीचर, नाश्ता, भोजन व माला-फूल का अलग-अलग खर्च निर्धारित किया गया है। गजरा का रेट 50, बुके 100, गेंदा की माला 10, प्रोजेक्टर का रोजाना 1500, लाउडस्पीकर का एक हजार, अखबारों में विज्ञापन का 300, मतदान केंद्र के बाहर टेंट का खर्च 1000 रुपये जुड़ेगा। प्रत्याशियों के लिए लग्जरी वाहनों का सफर महंगा साबित होगा। फार्चूनर, पजेरो से क्षेत्र में भ्रमण करने पर 30 व सामान्य कार का किराया 18 रुपये प्रति किलोमीटर तय किया गया है। बस और मिनी बस का किराया 3500 से 6000 निर्धारित है। सभा और चुनावी कार्यालय के टेंट, फर्नीचर, जग, चम्मच, बाल्टी, काफी मशीन का भी खर्च कम नहीं। चाय का पांच से आठ, समोसा पांच तो ब्रेड पकौड़े को आठ रुपये और लजीज व्यंजनों की थाली का स्वाद चखा तो 150 रुपये तक व्यय खाते में जुड़ जाएंगे।
कौव्वाली, लोकगीत का भी जुड़ेगा खर्च
प्रत्याशियों की ओर से मतदाताओं को रिझाने को कौव्वाली, लोकगीत व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराया गया तो इसका खर्च भी चुनाव व्यय में जुड़ेगा। कौव्वाली का 2500 तो जादू, कठपुतली का 1500 तक व्यय आंका जाएगा। वर्जन :
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा खर्च किए गए पाइ-पाइ का हिसाब रखा जाएगा। इसके लिए दरों का निर्धारण कर दिया गया है। स्टैटिक टीमें उम्मीदवारों के चुनाव खर्च का आंकलन कर रिपोर्ट देंगी। इसकी समीक्षा कर निर्वाचन व्यय खाते में जोड़ा जाएगा।
सदन गोपाल मिश्र, मुख्य कोषाधिकारी