विकास भवन निर्माण के लिए भेजेंगे प्रस्ताव
जनपद सृजन के 20 वर्ष बाद जिले में विकास भवन निर्माण शुरू होने की उम्मीद जगी है। ग्राम्य विकास विभाग ने इसके लिए पहल की है। मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण ने मुख्यालय से सटे जसूरी गांव में जिलाधिकारी के नाम दर्ज जमीन पर विकास भवन बनवाने का प्रस्ताव बनाकर फाइल डीएम के समक्ष प्रस्तुत कर दी है। डीएम स्तर से जल्द ही प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। नए भवन में सीडीओ डीडीओ व पीडी के लिए अलग-अलग सभागार बनेंगे। दफ्तर में पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं भी रहेंगी। जनपद सृजन के 20 वर्ष बाद जिले में विकास भवन निर्माण शुरू होने की उम्मीद जगी है। ग्राम्य विकास विभाग ने इसके लिए पहल की है। मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण ने मुख्यालय से सटे जसूरी गांव में जिलाधिकारी के नाम दर्ज जमीन पर विकास भवन बनवाने का प्रस्ताव बनाकर फाइल डीएम के समक्ष प्रस्तुत कर दी है। डीएम स्तर से जल्द ही प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। नए भवन में सीडीओ डीडीओ व पीडी के लिए अलग-अलग सभागार बनेंगे। दफ्तर में पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं भी रहेंगी।
जागरण संवाददाता, चंदौली : जनपद सृजन के 20 वर्ष बाद जिले में विकास भवन निर्माण शुरू होने की उम्मीद जगी है। ग्राम्य विकास विभाग ने इसके लिए पहल की है। मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण ने मुख्यालय से सटे जसूरी गांव में जिलाधिकारी के नाम दर्ज जमीन पर विकास भवन बनवाने का प्रस्ताव बनाकर फाइल डीएम के समक्ष प्रस्तुत कर दी है। डीएम स्तर से जल्द ही प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। नए भवन में सीडीओ, डीडीओ व पीडी के लिए अलग-अलग सभागार बनेंगे। दफ्तर में पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं भी रहेंगी।
अतिपिछड़े जिले में मुख्यालय अभी तक स्वरूप नहीं ले सका है। कलेक्ट्रेट का निर्माण तो अंतिम चरण में पहुंच गया लेकिन विकास भवन समेत ग्राम्य विकास विभाग से संबद्ध तमाम दफ्तर किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं। फिलहाल कृषि विभाग के भवन में ही सीडीओ व अन्य आला अधिकारी बैठते हैं। विभाग ने अपना दफ्तर बनवाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया है। मुख्य विकास अधिकारी ने जसूरी गांव में सरकारी जमीन पर विकास भवन के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि दो-चार दिन में शासन को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। नए विकास भवन में ग्राम्य विकास विभाग से संबद्ध सभी विभागाध्यक्षों के दफ्तर होंगे। वहीं सीडीओ, डीडीओ व परियोजना निदेशक के कक्ष तो रहेंगे ही अलग-अलग सभागार भी बनेंगे।
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जसूरी में डीएम के नाम दर्ज है 40 बीघा जमीन
सदर ब्लाक के जसूरी गांव में 40 बीघा जमीन अभिलेखों में जिलाधिकारी के नाम से दर्ज है। पहले यह जमीन कबीर मठ की थी। भू-माफियाओं की दखल बढ़ने के बाद मठ के महंत ने डीएम के नाम से जमीन रजिस्ट्री कर दी। इसी जमीन पर विकास भवन का निर्माण होगा।
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' जसूरी गांव में विकास भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। जल्द ही शासन को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। चार मंजिला इमारत सुविधाओं से लैस होगी।
अजितेंद्र नारायण, सीडीओ