आरपीएफ का इतिहास गौरवशाली
रेलवे व रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्पर रहने वाली स्थानीय रेल मंडल की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने गुरुवार को स्थापना दिवस मनाया। इस दौरान गोष्ठी में आरपीएफ द्वारा वर्ष 201
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्पर रहने वाली स्थानीय रेल मंडल की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने गुरुवार को स्थापना दिवस मनाया। गोष्ठी में आरपीएफ प्रशासन ने वर्ष 2018 में अब तक किए गए उत्कृष्ट कार्यों पर चर्चा की गई। जवानों ने परेड कर अपनी तेजी का एहसास कराया। स्थापना दिवस का समापन 26 सितंबर को होगा। इस दरम्यान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल का इतिहास बहुत प्राचीन और गौरवशाली रहा है। 20 सितंबर 1957 को भारत सरकार ने रेल संपत्ति की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल को संघ के सशस्त्र बल का दर्जा प्रदान किया। इस उपलक्ष्य में हर साल 20 से 26 सितंबर तक रेलवे सुरक्षा बल स्थापना दिवस सप्ताह मनाया जाता है। रेलवे सुरक्षा बल देश का एकमात्र ऐसा सशस्त्र बल है, जिसे अपराधी को गिरफ्तार करने, मुकदमा रजिस्टर करने, उसकी जांच करने और अभियोजन करने का अधिकार प्राप्त है। बताया कि 26 सितंबर तक चलने वाले कार्यक्रम में रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, यात्री जागरूकता अभियान, सुरक्षा हेल्पलाइन 182 का प्रचार प्रसार, महिला सुरक्षा के संबंध में जागरूकता अभियान, खेलकूद प्रतियोगिता, स्थापना दिवस परेड, सुरक्षा सम्मेलन आदि का आयोजन किया जाएगा। बताया कि भारतीय रेलवे की क्षमता व छवि को बनाने के लिए रेलवे के अन्य विभागों की भी आवश्यकतानुसार सहायता करता है। यह अपराधियों की धरपकड़ में स्थानीय पुलिस की मदद करता है। इस प्रकार से यह सरकार, भारतीय रेल, स्थानीय पुलिस व जनता के मध्य एक सेतु का कार्य करता है। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी बीएन मिश्रा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।