चंदौली में डायरिया पीड़ित गांव में पहुंची स्वास्थ्य टीम, पानी की जांच के साथ स्वास्थ्य जांच पर जोर
चंदौली जिले में स्वास्थ्य टीम ने डायरिया प्रभावित गांव में डेरा डाल दिया है। गांव में डेरा डालने के साथ ही टीम ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ ही पानी के सैंपल की जांच भी की है।
चंदौली, जागरण संवाददाता। नौगढ़ विकास क्षेत्र के बागी गांव में एक ही परिवार के 11 लोग डायरिया से पीड़ित होने की खबर जागरण में प्रमुखता से पांच सितंबर के अंक में प्रकाशित किया था खबर लगते ही चंदौली जिले की टीम हरकत में आ गई। बुधवार को जिले के आईडीएफसी के नोडल अधिकारी शरद मिश्रा अपनी टीम के साथ भागी गांव में पहुंच गए और डायरिया से पीड़ित परिवार और आसपास के ग्रामीणों का हेल्थ चेकअप किया एवं हैंडपंप से लेकर वह के पानी का जांच भी किया।
बताया जाता है कि बागी गांव में एक ही परिवार के डायरिया से 11 लोग पीड़ित हो गए थे दिन में चार की हालत गंभीर थी जिन्हें सोनभद्र के जिला चिकित्सालय लोढ़ी और वाराणसी के कौड़िया हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।आइडीएफसी के नोडल अधिकारी शरद मिश्रा ने बताया कि पानी के कारण ही इन लोगों को उल्टी दस्त शुरू हुई है चंदौली की टीम ने पीड़ित परिवार के रुकमीना उम्र 36 वर्ष, ममता उम्र 32 वर्ष, रागिनी उम्र 14 वर्ष, नंदिनी उम्र 12 वर्ष, सत्यम उम्र 10 वर्ष, मोनी उम्र 8 वर्ष, महिमा उम्र 6 वर्ष का हेल्थ चेकअप किया और आवश्यक मेडिसिन देते हुए कहा कि दिन में दो बार दवा को खाना है एवं पानी को उबालकर पीना है।
इसके साथ ही ओआरएस का घोल देते हुए कहा कि अगर उल्टी दस्त शुरू होती है तो वायरस का घोल दें सुधार नहीं हो रहा है तो तुरत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराएं। एवं दवा को पानी में घोलकर पूरे घर में और पूरे बस्ती में छिड़काव किया गया। बस्ती के सभी घरों में पानी का जांच किया गया। सभी ग्रामीणों को जिले की आईडी एस सी की टीम ने सलाह दिया कि किसी भी प्रकार से पानी को इस तरह नहीं पीना है जब भी प्यास लगे पानी उबालकर छानकर दूसरे बर्तन में रख ले और उसी का सेवन करें। डॉक्टर सुनील सिंह, एनम वंदना, वार्ड बॉय दिनेश ,आशा सुमित्रा सहित जिले की टीम शामिल थे।